Promotion : वरिष्ठ आईपीएस शत्रुजीत कपूर और देशराज को मिला डीजी रैंक, अब हरियाणा में इस रैंक के इतने अफसर
आने वाले वक्त में चार अन्य आईपीएस अफसरों को पदोन्नति देकर एडीजीपी बनाने की तैयारी है।;
प्रदेश के दो वरिष्ठ आईपीएस अफसरों को डीजी रेंक दे दिया है। जिसके बाद राज्य मे अब डीजी रेंक के 9 अफसर हो गए हैं। आने वाले वक्त में चार अन्य आईपीएस अफसरों को पदोन्नति देकर एडीजीपी बनाने की तैयारी है। हरियाणा सरकार के गृह विभाग द्वारा प्रदेश कैडर के 1990 बैच के दो आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति दी गई है। जिसमें एक शत्रुजीत कपूर और दूसरे देश राज सिंह हैं। उक्त दोनों ही अफसर एडीजीपी रैंक में थे। अब इन्हें डीजी रैंक में पदोन्नति मिल गई है।
कपूर के नाम को लेकर काफी पहले से बतौर डीजीपी ताजपोशी और अन्य कईं तरह की चर्चा चल रहीं हैं। इतना ही नहीं बल्कि कपूर इस तरह के पहले अफसर हैं, जिन्हें उठाकर आईएएस वाली पोस्ट पर तैनात किया गया है। आने वाले दिनों में राज्य की मनोहरलाल सरकार कुछ अन्य भी प्रयोग कर सकती है। गत छह माह पूर्व 26 अक्तूबर को प्रदेश सरकार द्वारा शत्रुजीत कपूर को प्रदेश के परिवहन विभाग के प्रधान (प्रशासनिक) सचिव पद पर तैनात किया था। आमतौर पर इस पोस्ट पर आईएएस अफसरों की तैनाती होती रही है। आईएएस अधिकारी प्रधान सचिव रैंक या अतिरिक्त मुख्य सचिव रैंक के आईएएस को ही विभाग को प्रशासनिक सचिव के तौर पर जिम्मा दिया जाता रहा है। उनके अधीन वर्तमान में एक आईपीएस अमिताभ ढिल्लों, जो ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और एक आईएएस वीरेंद्र कुमार दहिया, डायरेक्टर-स्टेट ट्रांसपोर्ट लगाए हुए हैं।
तीन दशक की सेवा के बाद में डीजी रैंक में प्रमोट होने के बाद शत्रुजीत का रैंक ट्रांसपोर्ट विभाग में प्रधान सचिव ही रहने की सम्भावना है। वैसे, 30 वर्षो की आईएएस सेवा के बाद आईएएस अधिकारी का रैंक प्रधान सचिव से अपग्रेड होकर अतिरिक्त मुख्य सचिव हो जाता है। जहाँ तक देश राज सिंह का विषय है, वह वर्तमान में स्टेट क्राइम ब्रांच में बतौर एडीजीपी हैं, इस ब्राँच में डीजी के तौर पर 1989 बैच के आईपीएस मोहम्मद अकील पहले से तैनात है, इसलिए इन दोनों में से किसी एक को इस ब्रांच से ट्रांसफर कर किसी और पद पर तैनाती करने की तैयारी है।
डीजीपी रैंक के 8 अन्य अधिकारी
बहरहाल, शत्रुजीत और राज सिंह देश राज की डीजीपी रैंक में प्रमोशन के बाद अब प्रदेश पुलिस प्रमुख मनोज यादव के अतिरिक्त प्रदेश में डीजीपी रैंक के 8 अन्य अधिकारी हैं। यादव से वरिष्ठ आईपीएस में सबसे ऊपर 1984 बैच के एस.एस. देसवाल हैं, जो अगस्त, 2018 से केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक पद पर तैनात हैं। उनकी रिटायरमेंट चार माह अगस्त, 2021 में हैं। उनके बाद 1985 बैच के आईपीएस के. सेल्वाराज जो डीजी, जेल पद पर हैं. हालांकि इस वर्ष 31 जनवरी को वह रिटायर हो गए थे परन्तु उन्हें 3 माह की री-एम्प्लॉयमेंट पर रखा गया जो अवधि इसी माह 30 अप्रैल को पूर्ण होगी।
उनके बाद 1986 बैच के आईपीएस के.के सिंधु है जो डीजी रैंक में हरियाणा पुलिस हॉउसिंग कारपोरेशन के चेयरमैन हैं और उनकी सेवानिवृति अगस्त, 2021 में है। मनोज यादव के बैच के 1988 बैच के आईपीएस पीके अग्रवाल वर्तमान में डीजीपी स्टेट विजिलेंस ब्यूरो हैं। 1989 के दो आईपीएस में से मोहम्मद अकील इस समय डीजीपी, क्राइम और आरसी मिश्रा, हरियाणा पुलिस हॉउसिंग कारपोरेशन में डीजी रैंक पर मैनेजिंग डायरेक्टर तैनात हैं।