रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले सात आरोपियों को किया गिरफ्तार, 20 इंजेक्शन बरामद

आरोपियों के खिलाफ सरकारी आदेशों की अवहेलना करने, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के तहत थाना सूरजकुंड व् थाना सेक्टर 17 में मुकदमा दर्ज किया गया है।;

Update: 2021-05-09 14:38 GMT

फरीदाबाद : कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला पुलिस द्वारा आरोपियों की लगातार गिरफ्तारियां की जा रही है। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी पर रोक लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं जिनके तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 56 व बदरपुर बॉर्डर की टीम ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

क्राइम ब्रांच-56 ने चार आरोपियों संतोष, लवकुश, ओम प्रकाश व तपन को गिरफ्तार करके 16 इंजेक्शन बरामद किए। वहीं क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर ने तीन आरोपियों भूपेंद्र, वीरेंद्र और पवन को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 4 इंजेक्शन बरामद किए हैं।

एसीपी क्राइम जयबीर राठी ने बताया कि क्राइम ब्रांच को गुप्त सूत्रों की सहायता से सूचना प्राप्त हुई थी कि आरोपी प्राइवेट अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी करते हैं और वहां से इंजेक्शन चोरी करके 30 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से बेच देते हैं। क्राइम ब्रांच 56 ने चार आरोपियों को अनखीर व क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर ने 3 आरोपियों को सेक्टर-16 से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम ने जब आरोपियों से इंजेक्शन बेचने का लाइसेंस मांगा तो वह कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके जिस पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ सरकारी आदेशों की अवहेलना करने, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के तहत थाना सूरजकुंड व् थाना सेक्टर 17 में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है। 

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