लाइब्रेरी में शार्ट सर्किट, करोड़ों का सामान राख

सरताज जनसेवा ग्रुप के पीआरओ कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) द्वारा यहां के फ्लाइओवर के पास सरताज लाइब्रेरी नाम से एक निजी लाइब्रेरी की हुई है। यह लाइब्रेरी डिजिटल है। जिसमें किताबों के साथ-साथ कंप्यूटर से बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। लाइब्रेरी में बैठने के लिए 100 सीटें हैं। पीड़ित कुलदीप यादव ने बताया कि रविवार के चलते लाइब्रेरी बंद थी।;

Update: 2020-10-04 16:35 GMT

हरिभूमि न्यूज

महेंद्रगढ़। शहर के फ्लाइओवर के पास स्थित सरताज लाइब्रेरी में रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे शार्ट सर्किट से अचानक आग (fire) लग गई। जिसके कारण लाइब्रेरी में रखा हुआ सारा सामान जलकर राख हो गया। पीड़ित मालिक कुलदीप सरताज के अनुसार लाइब्रेरी में करोड़ों रुपए का सामान था।

जो जलकर राख हो गया। इससे उनको करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं आग की सूचना पाकर दमकल की दो गाड़ियों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पीड़ित ने इसके लिए बिजली निगम व दमकल विभाग दोनों को जिम्मेवार ठहराया है। पीड़ित ने इसकी एक रिपोर्ट (Report) शहर थाना में भी दी है।

सरताज जनसेवा ग्रुप के पीआरओ कुलदीप यादव द्वारा यहां के फ्लाइओवर के पास सरताज लाइब्रेरी नाम से एक निजी लाइब्रेरी की हुई है। यह लाइब्रेरी डिजिटल है। जिसमें किताबों के साथ-साथ कंप्यूटर से बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। लाइब्रेरी में बैठने के लिए 100 सीटें हैं। पीड़ित कुलदीप यादव ने बताया कि रविवार के चलते लाइब्रेरी बंद थी।

इसमें साफ-सफाई करने वाला भी सुबह साढ़े दस बजे तक नहीं आया था। आसपास के लोगों ने सुबह साढ़े दस बजे देखा कि लाइब्रेरी से धुआं उठ रहा है। धुआंं उठता देख पड़ोसियों ने इसकी सूचना उनको दी। वहीं दमकल केंद्र में भी फोन कर दिया गया। इस दौरान वे वहां पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि सूचना देने के 30 मिनट तक दमकल की गाड़ियां नहीं पहुंची। जिसके कारण आग ने भयानक रूप ले लिया।

इससे आग फैलती गई तथा उस पर काबू पाना मुश्किल हो गया। आधे घंटे देर से आई दमकल की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाना शुरू किया, मगर तब तक आग चारों तरफ फैल गई थी। जिसके बाद दमकल की दो गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत से करीब एक घंटे बाद आग पर काबू पाया। उन्होंने बताया कि आग लगने के कारण उनको करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया।

उन्होंने बताया कि उन्होंने आधुनिक डिजिटल लाइब्रेरी बनाई हुई थी। जिसमें 100 स्टूडेंट एक साथ बैठकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। आग लगने से तीस लाख रुपए की कीमत के सर्वर के चार पीस करीब, 16 लाख रुपए की कीमत का एक डेटा रैक, 24 लाख रुपए की कीमत के दस डाटा स्वीच, 30 लाख रुपए की कीमत के 30 कंप्यूटर पीस, आठ लाख रुपए की लागत की 100 कुर्सियां, पांच लाख रुपए की डेटा वायरिंग, फर्नीचर के बने हुए 40 लाख रुपए की लागत वाले 100 केबिन, सात लाख रुपए की कीमत के 12 एयर कंडिश्नर, करीब पांच लाख रुपए के कैमरा, लाइटिंग, पंखे, एलसीडी के अलावा करीब 15 लाख रुपए की लागत से टफन ग्लास का बना हुआ फर्नीचर पूरी तरह से जलकर राख हो गया।

शार्ट सर्किट मुख्य वजह, पहले भी दी थी शिकायत

सरताज लाइब्रेरी के मालिक कुलदीप यादव ने बताया कि आग लगने की मुख्य वजह बिजली का शार्ट सर्किट है। उन्होंने बताया कि पास रखे ट्रांसफार्मर की वजह से यह हादसा हुआ है। ट्रांसफार्मर में आए दिन फाल्ट होता है।

जिसकी शिकायत उन्होंने करीब पांच दिन पहले निगम के अधिकारियों से भी की थी, मगर निगम के अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया तथा न तो ट्रांसफार्मर को बदला न ही इसे ठीक कराया गया। जिसके कारण यह हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि इसकी पूरी जिम्मेदारी बिजली निगम की है। यदि समय रहते वह ट्रांसफार्मर हटा दिया जाता तो यह हादसा नहीं होता।

आधा घंटा देरी से पहुंची दमकल की गाड़ियां

दमकल केंद्र शहर के दक्षिण-पूर्व में है। जिसके कारण वहां से गाड़ियां पहुंचने में अक्सर विलंब होता है। कुलदीप यादव ने बताया कि इस बार भी वही हुआ तथ सूचना देने के आधा घंटे बाद गाड़ियां पहुंची। अगर गाड़ियां समय पर पहुंच जाती तो शायद इतना नुकसान नहीं होता।

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