महिला कंप्यूटर ऑपरेटर आत्महत्या मामले में एसआईटी ने दो आरोपित कर्मचारियों को किया गिरफ्तार
दो आरोपितों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस मामले में आरोपित उचाना के एसडीएम का तबादला हो चुका है। छह कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है।;
हरिभूमि न्यूज : जींद
उचाना एसडीएम कार्यालय की महिला कंप्यूटर ऑपरेटर (Computer operator) द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में गठित एसआईटी ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस मामले में आरोपित उचाना के एसडीएम का तबादला हो चुका है। छह कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है।
गांव खटकड़ निवासी भतेरी उचाना एसडीएम कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर कार्यरत थी। गत 31 दिसंबर रात को भतेरी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतका ने सुसाइड नोट तथा वॉयस रिकोर्डिंग को छोड़ा था। जिसमें एसडीएम राजेश खोथ, छह सहयोगी कर्मचारियों सहित 12 लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए थे। उचाना थाना पुलिस ने मृतका के पति दिनेश की शिकायत पर सुसाइड नोट व वॉयस रिकोर्डिंग को आधार मान एसडीएम सहित 12 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने, अश्लील हरकत करने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
मामले के तूल पकड़ने पर एएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर गांव खटकड़ व विभिन्न संगठनों के लोग लगातार पुलिस पर दबाव बनाए हुए थे। शनिवार को गठित कमेटी डीसी तथा डीआईजी से बातचीत भी हुई थी। कमेटी ने पुलिस कार्यशैली असंतोष जताया था। एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए टाइपिस्ट गांव सेढा माजरा निवासी तरसेम तथा क्लर्क गांव झांझ खुर्द निवासी अर्जुन को गिरफ्तार कर रविवार को अदालत में पेश किया। जहां से आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
उचाना थाना प्रभारी रविंद्र ने बताया कि महिला कंप्यूटर आप्रेटर आत्महत्या मामले में दोनों आरोपित कर्मचारियों को अदालत में पेश किया गया। जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।