विद्यार्थियों पर मार : ITI से कोर्स के लिए करनी होगी जेब ढीली, विभाग ने बढ़ाई फीस
सरकारी आईटीआई में फीस की बात करें तो सभी प्रकार के कोर्सों में विद्यार्थियों को मात्र 45 रुपये प्रतिमाह की फीस अदा करनी होती है।;
हरिभूमि न्यूज : कैथल
अब हरियाणा की विभिन्न प्राइवेट आईटीआई से कोर्स करने वालों को अपनी जेब ढीली करनी होंगी। फीस में करीब 10 से 20 फीसदी वृद्धि बताई जा रही है। सरकारी आईटीआई में फीस की बात करें तो सभी प्रकार के कोर्सों में विद्यार्थियों को मात्र 45 रुपये प्रतिमाह की फीस अदा करनी होती है। यही नहीं छात्राओं की फीस इससे भी कम रह जाती है तथा उन्हें छात्रवृति व टूल किट भी मुहैया करवाई जाती है। वहीं दूसरी ओर सरकारी आईटीआई में दाखिला से वंचित रहे तथा नान अटैंडिंग करने वाले विद्यार्थी प्राइवेट आईटीआई का रूख करते हैं।
यदि प्राइवेट आइटीआइ की बात करें तो इन आईटीआई से कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को हजारों रुपये फीस अदा करनी होती है। विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार अब एक वर्षीय इंजीनियरिंग कोर्स के लिए 26000 तथा दो वर्षीय कोर्स के लिए 52000 रुपये फीस रखी गई है। इसके अलावा नान इंजीनियरिंग कोर्स के लिए 21200 तथा दो वर्षीय कोर्स के लिए 42400 रुपये फीस रखी गई है।
बंद होने के कगार पर प्राइवेट आईटीआई
भले ही विभाग द्वारा प्राइवेट आईटीआई की फीस में इजाफा किया गया हो लेकिन पिछले तीन सालों से प्राइवेट आईटीआई की हालत खस्ता चल रही है। यही नहीं कई प्राइवेट आईटीआई बंद होेने के कगार पर पहुंच गई हैं। बढ़ती फीस तथा रोजगार हासिल न होने के कारण विद्यार्थी प्राइवेट की बजाय सरकारी आईटीआई का रूख कर रहे हैं।
फीस में इजाफा
आईटीआई के जिला नोडल अधिकारी सतीश मच्छाल ने बताया कि निदेशालय द्वारा प्राइवेट आईटीआई की फीस में इजाफा किया गया है। यह सरकार व निदेशालय के अंतर्गत आता है।