हरियाणा के इन पांच जिलों में जल्द लगाए जाएंगे स्मार्ट बिजली मीटर, उपभोक्ता स्वयं कर सकेंगे बंद और चालू
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि निगम द्वारा लाइन लॉस कम करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। गत सरकारों के दौरान प्रदेश में 31 प्रतिशत लाइन लोस था, जिसे कम करके अब लगभग 14 प्रतिशत कर दिया गया है।;
हिसार। हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग एवं बिजली बिल संबंधी समस्याओं का स्थाई समाधान करने के लिए निगम द्वारा बिजली के पोल पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। वे हिसार के लोक निर्माण विश्राम गृह में बिजली निगम के सौजन्य से आयोजित बिजली पंचायत में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने बताया कि बिजली निगम द्वारा प्रदेश के पांच जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला, करनाल तथा पंचकूला में बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया जारी है। स्मार्ट मीटर को बंद व चालू करने की प्रक्रिया उपभोक्ता स्वयं कर सकेंगे।
मीटर का कंट्रोल निगम के कार्यालय में
मीटर का कंट्रोल निगम के कार्यालय में रहेगा तथा इससे मीटर की रीडिंग व गलत बिजली बिल संबंधी समस्याओं से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा लाइन लॉस कम करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। गत सरकारों के दौरान प्रदेश में 31 प्रतिशत लाइन लोस था, जिसे कम करके अब लगभग 14 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे करीब 5 हजार करोड़ रुपये के राजस्व की बढ़ोतरी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपभोक्ताओं को पर्याप्त मात्रा में बिजली आपूर्ति करने के उद्देश्य से म्हारा गांव-जगमग गांव योजना को प्रभावशाली ढंग से लागू किया गया है। निगम द्वारा बिजली बिलों का भुगतान डिजिटल के माध्यम से करने के लिए उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बिजली से संबंधी उपभोक्ताओं की शिकायतों के लिए निगम द्वारा टोल फ्री नम्बर 1800-180-4334 तथा 1912 जारी किया गया है।
चाहे महंगी बिजली खरीदनी पड़े, गर्मी में बिजली संकट नहीं होगा
रणजीत सिंह ने कहा कि बिजली निगमों को इस गर्मी चाहे महंगी दरों पर बिजली खरीदनी पड़े। प्रदेश की जनता को बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। उनका कहना था कि निजी कम्पनियों के पास बिजली सरप्लस होने से सरकार हर कीमत अदा कर बिजली आपूर्ति बहाल रखेगी। बिजली के कट जनता को नहीं झेलने पड़ेंगे। रणजीत सिंह ने कहा कि उनके बीते दो साल में मंत्री पद संभालने के बाद बिजली निगम का हजारों करोड़ रुपये का घाटा न केवल दूर हुआ बल्कि पहली बार निगम 672 करोड़ रुपये सालाना फायदे में पहुंच गया है। कांग्रेस शासनकाल में प्रदेशभर में बिजली लॉस रिकॉर्ड 31 प्रतिशत तक पहुंच गया था।
लाइन लॉस घटकर 14 प्रतिशत हुआ
भाजपा सरकार ने लाइन लॉस दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए। खासकर सीएम से अनुमति लेकर उन्होंने गुरुग्राम में बिजली चोरी करने वाले बड़े उद्योगों की न सिर्फ चोरी रुकवाई। बल्कि भारी-भरकम जुर्माना भी वसूल कराया। रणजीत सिंह ने कहा कि लाइन लॉस अगर 1 प्रतिशत भी कम हो तो निगम की आय में 380 करोड़ रुपये का इजाफा होता है। उन्होंने बताया कि सरकार के प्रयासों से इस समय बिजली लाइन लॉस घटकर 14 प्रतिशत रह गया था। यह वजह है कि कुछ साल पहले तो बिजली निगम जो हजारों करोड़ रुपये घाटे में थे। अब पहली बार उसे 672 करोड़ रुपये मुनाफा आया है।