सोनीपत : जिला पुलिस व NIA ने गैंगस्टर लॉरेन्स बिश्नोई गैंग को फंडिंग करने वाले शराब व्यापारी की संपत्ति की सील
इस कार्रवाई के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। राजू मोटा के घर के बाहर ग्रामीणों तांता लग गया। जानकारी के अनुसार राजू मोटा को एनआईए पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।;
सोनीपत : राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी (NIA) देश के सभी मोस्ट वांटेड पर लगाम लगाने के लिए मोस्ट वांटेड सहयोगियों और उनको फंडिंग (Funding) करने वाले लोगों पर शिकंजा कस रही है। मंगलवार को गांव बसोदी में सोनीपत क्राइम ब्रांच की टीम सीआईए-2 व एनआईए ने एक बार फिर दलबल के साथ पहुंची। जहां लॉरेंस गैंग को फंडिंग करने वाले शराब व्यापारी राजेश उर्फ राजू मोटा की संपत्ति को सील कर दिया। सोनीपत पुलिस व एनआईए ने राजू मोटा के घर के बाहर नोटिस बोर्ड लगाकर यह कार्रवाई पूरी की।
बता दें कि हरियाणा के कई जिलों में राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी के अधिकारी स्थानीय पुलिस को लेकर मोस्ट वांटेड अपराधियों के सहयोगियों व उनको टेरर फंडिंग करने वाले व्यापारियों पर शिकंजा कसने के लिए उनके घरों पर पहुंची। सोनीपत के गांव बसोदी के रहने वाले राजेश उर्फ राजू मोटा के निवास स्थान पर एनआईए ने सीआईए-2 के साथ एक बार फिर दस्तक दी। इस संयुक्त कार्यवाही में राजेश उर्फ राजू मोटा की संपत्ति को अटैच कर दिया गया।
एनआईए के अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में राजू मोटा के घर के बाहर नोटिस बोर्ड लगाकर यह संदेश दिया। अगर किसी ने देश में बदमाशों का साथ देने के लिए फंडिंग की, तो उनके साथ भी ऐसा ही किया जाएगा। हालांकि इस कार्रवाई के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। राजू मोटा के घर के बाहर ग्रामीणों तांता लग गया। जानकारी के अनुसार राजू मोटा को एनआईए पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और राजू मोटा, लॉरेंस बिश्नोई गैंग को टेरर फंडिंग करने के मामले में जेल में बंद है।
सोनीपत पुलिस व एनआईए की टीम ने मिलकर राजेश उर्फ राजू मोटा की संपत्ति को अटैच कर दिया है और उसके घर के बाहर नोटिस लगा दिया गया है कि ना तो इस संपत्ति को बेचा जा सकता है और ना ही इससे कोई किराया वसूला जा सकता है हालांकि राजू मोटा को एनआईए पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और राजू मोटा लॉरेंस बिश्नोई गैंग को टेरर फंडिंग करता था और यह शराब का कारोबार करता था। - अजय धनखड़, प्रभारी सीआईए-2