परिवार पहचान पत्र के चलते हजारों पेंशन धारकों पर लटकी तलवार, विधवा महिलाओं को काटने पड़ रहे विभाग के चक्कर

सरकार की तरफ से बुजुर्ग भत्ता व विकलांग व विधवा पेंशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार द्वारा भत्ता को परिवार पहचान पत्र से जोड़ दिया है। लेकिन परिवार पहचान पत्र में खामियों की वजह से भत्ता धारकों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। कई परिवार पहचान पत्र में जहां आय अधिक दर्ज होने से भत्ता (पेंशन) रुक गई है, तो कई विधवा पेंशन इस वजह से रुक गई है कि परिवार पहचान पत्र में महिला को विधवा नहीं दिखाया गया है।;

Update: 2022-07-19 06:49 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

जिले में भत्ता व पेंशन प्राप्त करने वाले हजारों धारक परेशान हैं। बुजुर्ग भत्ता धारकों पर परिवार पहचान पत्र की तलवार लटकी हुई हैं। परिवार पहचान पत्र में दर्शाई गई जानकारी उनके लिए परेशानी का सबक बन गई हैं। दूसरी ओर परेशानी विधवा महिलाओं को भी उठानी पड़ रही हैं। पहचान पत्र में विधवा अंकित न होने के चलते समाज कल्याण विभाग की तरफ से प्रदेश सरकार द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों के चलते उक्त भत्ते को रोक दिया हैं। भत्ता प्राप्त करने के लिए पीड़िता एक साल से विभाग के चक्कर लगाकर जिला कार्यालय में सोमवार को पहुंची। जहां अधिकारियों के सामने अपनी समस्या के बारे में अवगत करवाया। समाज कल्याण विभाग की तरफ से त्रुटियों को ठीक करके रिकार्ड अपडेट करने का काम किया जा रहा हैं। जिसके चलते कई भत्ता धारकों का भत्ता फिर से शुरू हो चुका है।

बता दें कि प्रदेश सरकार की तरफ से बुजुर्ग भत्ता व विकलांग व विधवा पेंशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार द्वारा भत्ता को परिवार पहचान पत्र से जोड़ दिया है। लेकिन परिवार पहचान पत्र में खामियों की वजह से भत्ता धारकों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। कई परिवार पहचान पत्र में जहां आय अधिक दर्ज होने से भत्ता (पेंशन) रुक गई है, तो कई विधवा पेंशन इस वजह से रुक गई है कि परिवार पहचान पत्र में महिला को विधवा नहीं दिखाया गया है। परिवार पहचान पत्र से पेंशन प्रणाली अटैच होने के बाद जिन लोगों के भत्ते व पेंशन को रोक दिया गया हैं। धारक अब समाज कल्याण विभाग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ समाज कल्याण विभाग की टीमें भी लगातार भत्ता धारकों के रिकार्ड की जांच कर रही है। परिवार पहचान पत्र में इनकम अधिक होने से भत्ता रूकने वाले धारकों के रिकार्ड की जांच करके उसे मुख्यालय भेजा जा रहा है, ताकि लाभार्थी को सरकारी योजनाओं को लाभ ले सके।

सरकारी दिशा-निर्देशों अनुसार समाज कल्याण की तरफ से मिले वाले भत्ते को पाने के लिए लाभार्थी को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा गया हैं। जिसके चलते काफी परेशानी लाभार्थियों को उठानी पड़ रही हैं। रिकार्ड की जांच करके उच्च अधिकारियों के पास भेजने का काम किया जा रहा हैं। ताकि सरकारी योजनाओं को लाभ मिल सके। लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित किया गया है। विभाग लोगों की शिकायतों को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। अनीता सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सोनीपत।

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