एक जून से जाना होगा स्कूल, फैसले का शिक्षकों ने किया विरोध, कही यह बात
इस फैसले से बहुत से शिक्षक सहमत नहीं है। शिक्षकों का कहना है कि जब तक सभी को वैक्सीन नहीं लग जाती, तब तक स्कूल नहीं खुलने चाहिए।;
हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
कोरोना के चलते बेशक विद्यार्थियों की छुट्टियां और बढ़ा दी गई हों, लेकिन शिक्षकों को एक जून से स्कूल में जाना है। इस फैसले से बहुत से शिक्षक सहमत नहीं है। शिक्षकों का कहना है कि जब तक सभी को वैक्सीन नहीं लग जाती, तब तक स्कूल नहीं खुलने चाहिए। ऐसे समय में बरती गई लापरवाही हानिकारक सिद्ध हो सकती है।
सरकारी स्कूल के शिक्षक मनोज, पूजा व अमरजीत ने बताया कि एक-दूसरे के संपर्क में आने से कोरोना संक्रमण फैलता है। ऐसे में रोस्टर बनाकर भी स्कूलों में शिक्षकों को बुलाया जाने के बाद एक-दूसरे के संपर्क में आने से नहीं बच पाएंगे। कोरोना महामारी के कारण कई जिलों में शिक्षकों की मौत हो चुकी है। हालांकि कुछ शिक्षकों ने वैक्सीन लगवा ली है, कुछ लगवा रहे हैं लेकिन बहुत से अभी बाकी हैं। शिक्षकों को स्कूलों बुलाने से पहले वैक्सीनेशन पूरा किया जाए, ताकि शिक्षक भी सुरक्षित रहें।