अटेली तहसील में पिछले 6 महीने से तहसीलदार व नायब तहसीलदार ही नहीं
पद खाली होने के कारण लोगों को रोजमर्रा के कार्यों के लिए काफी तकलीफ उठानी पड़ रही हैं। हालांकि तहसील में काम चलाने के लिए दूसरी तहसीलदारों को समय-समय पर पर अतिरिक्त चार्ज देकर काम चलाने के लिए ड्यूटी सौंपी जाती हैं। ऐसे में लोगों केे अच्छी तरह से कार्य नहीं हो पाते हैं।;
हरिभूमि न्यूज : मंडी अटेली
अटेली मंडी को तहसील का दर्जा मिला हुआ, लेकिन तहसील में न तो तहसीलदार है तथा न ही नायब तहसीलदार। पिछले 6 महीने से तहसीलदार व नायब तहसीलदार नहीं होने पर तहसील स्तर के कार्य करवाने में लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही हैं।
तहसील में नायब तहसीलदार व तहसीलदार के पद खाली होने के कारण लोगों को रोजमर्रा के कार्यों के लिए काफी तकलीफ उठानी पड़ रही हैं। हालांकि तहसील में काम चलाने के लिए दूसरी तहसीलदारों को समय-समय पर पर अतिरिक्त चार्ज देकर काम चलाने के लिए ड्यूटी सौंपी जाती हैं। ऐसे में लोगों केे अच्छी तरह से कार्य नहीं हो पाते हैं। गुरुवार से नांगल चौधरी के नायब तहसीलदार रोहित कौशिक को लिंक ऑफिसर नियुक्त कर दिया हैं। एक सप्ताह तक नांगल चौधरी के नायब तहसीलदार अटेली तहसील का कार्य साथ में देखेंगे।
जानकारी के अनुसार अटेली तहसील के नीचे गांव 52 गांव व मंडी अटेली शहर लगता हैं। लोगों का कहना है कि सरकार व प्रशासन ने जिले में तहसील व उपतहसील तो नई बना दी है, लेकिन तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पद खाली होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। कोरोना काल में लोगों को अपने छोटे-छोटे कायार्े के लिए बार-बार शहर आना पड़ता हैं। जब तहसील में आते है तो तहसीलदार नहीं होने की सूचना मिलने पर कार्य अटक जाते हैं। अटेली तहसील में तहसीलदार का पद अक्टूबर 2019 से रिक्त हैं, जबकि नायब तहसीलदार का भी 6 माह से अधिक समय से खाली है।