लोकसभा सत्र में उठा लोकल स्टेशनों पर ट्रेनों के ठहराव और MST का मुद्दा
सांसद नायब सैनी ने मांग की ट्रेनों को अंबाला-सहारनपुर के बीच में पड़ने वाले छोटे स्टेशनों पर रुकवाया जाया ताकि प्रतिदिन आने जाने वाले लोगो को परेशानी का सामना न करना पड़े और साथ ही इन लोगों के लिए मासिक पास की सुविधा भी शुरू की जाए।;
सांसद नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने लोकसभा सत्र के दौरान मांग उठाते हुए कहा कि सहारनपुर से अम्बाला के बीच में पडऩे वाले छोटे स्टेशनों से प्रतिदिन हजारों लोग व विद्यार्थी सफर करते है। इसके साथ-साथ इन स्टेशनों से विभिन्न उद्योग-धंधों में काम करने वाले मजदूर भी सफर करते है। रेलवे इन सभी लोगों के जीवन की रेखा है।
सांसद ने कहा कि कोरोना काल ने इस वर्ग को ही नहीं पूरे देश को नुकसान पहुंचाया है। इन लोगों को प्रतिदिन अपने काम, स्कूल, कालेज आदि जाने के लिए अपने वाहन या यातायात के अन्य साधनों से आना-जाना पड़ता है। क्योंकि जिन जगहों से ये लोग आते-जाते है, वहां पर सरकारी वाहन की कोई सुविधा नहीं है। इसमें ज्यादातर मजदूर व विद्यार्थी है। इनको आने-जाने के लिए हर महीने अपनी 9 हजार की तनख्वाह में से लगभग 4 हजार रुपए खर्च करना पड़ रहा है। कोरोना के कारण पहले ही इन लोगों की आमदनी के साधन और काम दोनों ही समाप्त हो गए है।
सांसद ने सदन के माध्यम से रेलमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि सहारनपुर से अंबाला के बीच कुछ स्पेशल ट्रेन चल रही है, जो कि केवल जगाधरी व बराड़ा स्टेशनों पर ही रुकती है, छोटे स्टेशनों पर ये ट्रेनें नहीं रुकती है। ये ट्रेन नंबर 64501, 64511, 54541, 54539, 64513, 64561, 64562, 54304, 64502, 04532, 54540, 54542, 64512, 64504 है। इन ट्रेनों को अंबाला से सहारनपुर के बीच में पड़ने वाले छोटे स्टेशनों पर रुकवाया जाया ताकि प्रतिदिन आने जाने वाले लोगो को परेशानी का सामना न करना पड़े और साथ ही इन लोगों के लिए मासिक पास की सुविधा भी शुरू की जाए क्योंकि हर रोज टिकट लेना संभव नहीं हो पाता।