यमुनानगर में अब नहीं रहेगा बंदरों का उत्पात का डर, नगर निगम प्रशासन ने मथुरा से बुलाई टीम
मेयर मदन चौहान ने बताया कि बंदर पकड़ने का अभियान शहर के तमाम बंदर पकड़े जाने तक जारी रहेगा। जहां बंदर ज्यादा हैं, वहां के नागरिक निगम कार्यालय में शिकायत कर सकते हैं। ताकि वहां पर टीम भेज कर बंदर पकड़ने का कार्य किया जा सके।;
Yamunanagar News : लंबे समय से ट्विन सिटी में बंदरों के उत्पात की दहशत झेल रहे शहरवासियों को अब बंदरों से निजात मिल सकेगी। नगर निगम यमुनानगर प्रशासन ने ट्विन सिटी से बंदरों को पकड़ने के लिए मथुरा से टीम बुलाई गई है। टीम द्वारा बंदर पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि पकड़े गए बंदरो की मेडिकल जांच की जा रही है। मेडिकल जांच के बाद टीम द्वारा बंदरों को कलेसर के जंगलों में छोड़ा जाएगा।
मेयर मदन चौहान ने बताया कि बंदर पकड़ने का अभियान शहर के तमाम बंदर पकड़े जाने तक जारी रहेगा। जहां बंदर ज्यादा हैं, वहां के नागरिक निगम कार्यालय में शिकायत कर सकते हैं। ताकि वहां पर टीम भेज कर बंदर पकड़ने का कार्य किया जा सके। बंदर पकड़ने के लिए टीम के पास दो तीन पिंजरे हैं। जहां अधिक बंदर हैं वहां पिंजरा लगाकर इन्हें पकड़ा जा रहा है। जिन स्थानों पर बंदरों का आतंक अधिक है। वहां अभियान चलाकर इन्हें पकड़ा जाएगा। निगम की टीम ने वार्ड नंबर एक में पार्षद संजय राणा की देखरेख में इस काम की शुरुआत की है। इस अभियान से शहर के लोगों को उत्पात मचाने वाले बंदरों से छुटकारा मिलेगा और वह भय रहित अपने घरों में रह सकेंगे। अपनी छतों पर घूमने के साथ-साथ सामान आदि भी रख सकेंगे। इससे पहले कुछ जगह शहरवासी बंदरों से काफी परेशान थे। कुछ बच्चों व नागरिकों को बंदरों द्वारा काटे जाने की घटनाएं भी सामने आई थी। लेकिन अब आगे ऐसा नहीं होगा। नगर निगम के इस अभियान से शहरवासियों को बंदरों के उत्पात के डर से छुटकारा मिलेगा।
प्रति बंदर पकड़ने पर टीम को मिलेंगे 1450 रुपये
मेयर मदन चौहान ने बताया कि बंदर पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश के मथुरा से बंदर पकड़ने वाले एक्सपर्ट की टीम आई है। एजेंसी को लगभग 1450 रुपये प्रति बंदर पकड़ने का ठेका दिया गया है। एक्सपर्ट टीम के पांच से छह सदस्य पिंजरों के साथ बंदरों को पकड़ने के कार्य में लगे हुए हैं। बंदरों को पकड़ने के बाद उनका मेडिकल कराया जा रहा है। इसके बाद कलेसर के जंगलों में प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा जाएगा।
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