नगर पालिका चुनाव : महम में इस बार महिलाएं चलाएंगी शहर की सरकार, प्रधान का पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित
वार्ड 9 में पार्षद का पद भी अनुसूचित जाति की महिला के लिए रिजर्व कर दिया गया है। इसके अलावा वार्ड 3, 4, 13 व 15 भी महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। इन वार्डों में किसी भी जाति की महिला चुनाव लड़ सकती है। प्रधान व अन्य पांच पार्षद पद पहले से ही महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। छह महिलाओं का नगर पालिका में पहुंचना तो पहले से ही तय हो गया है।;
राज कुमार बड़ाला : महम
महम में इस बार महिलाएं शहर की सरकार चलाएंगी, क्योंकि यहां प्रधान (चेयरमैन) का पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है। वार्ड 9 में पार्षद का पद भी अनुसूचित जाति की महिला के लिए रिजर्व कर दिया गया है। इसके अलावा वार्ड 3, 4, 13 व 15 भी महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। इन वार्डों में किसी भी जाति की महिला चुनाव लड़ सकती है। प्रधान व अन्य पांच पार्षद पद पहले से ही महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। छह महिलाओं का नगर पालिका में पहुंचना तो पहले से ही तय हो गया है।
अन्य वार्डों से भी महिलाओं के चुनकर पालिका में पहुंचने की पूरी उम्मीद है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार महम नगर पालिका में महिलाओं की संख्या आधे से अधिक पहुंच सकती है। अगर महम नगर पालिका के सभी 15 वार्डों की आरक्षण की बात की जाए तो यहां वार्ड 2 व 8 बीसी वर्ग के लिए आरक्षित है, जिसमें महिला या पुरुष कोई भी चुनाव लड़ सकता है। वार्ड 5 व 10 एससी वर्ग के लिए आरक्षित है, यहां भी महिला व पुरुष में से कोई भी उम्मीदवार चुनाव लड़ सकता है। वहीं वार्ड 1, 6, 7, 11, 12 व 14 में किसी भी समाज का महिला या पुरुष चुनाव लड़ सकता है। पिछले कार्यकाल में छह महिलाएं पार्षद चुनी गई थी। प्रधान व उपप्रधान का पद भी पुरुषों के पास ही था। जो महिलाएं चुनी गई थी, उनमें से ज्यादातर का कामकाज उनके परिवार के पुरुष ही देखते थे। लेकिन इस बार जो महिलाएं चुनकर आएंगी, लगता है कि पूरी शहर की सरकार महिलाएं खुद ही चलाएंगी। क्योंकि चेयरपर्सन ही महिला होगी और बहुत से वार्डों से महिलाएं चुनकर पालिका में पहुंचेंगी। महिलाओं की भागीदारी बढ़ जाने से पूरी जिम्मेदारी महिला जनप्रतिनिधियों के कंधों पर रहेगी।
नई मतदाता सूची में किस वार्ड में कितने मतदाता : नगर पालिका चुनाव के मद्देनजर महम नगर पालिका ने अपनी मतदाता सूची को अंतिम रूप दे दिया है। बीते बुधवार को अंतिम सूची चस्पा दी गई। नई मतदाता सूची में 15 हजार 980 मतदाता हैं। लिस्ट में शामिल पांच लोगों की मौत हो गई है। इसलिए 15 हजार 975 मतदाता शेष रह गए हैं। बीते एक जनवरी तक जिन्होंने अपना वोट बनवाया था, ऐसे लोगों को ही सूची में शामिल किया गया है। नई मतदाता सूची को लेकर आपत्तियां मांगी गई थी। शहर के 316 लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज करवाई थी। जिनमें से 229 लोगों की आपत्ति सही पाई गई थी। नई मतदाता सूची के मुताबिक वार्ड एक में 1309, वार्ड 2 में 1320, वार्ड 3 में 884, वार्ड 4 में 1035, वार्ड 5 में 815, वार्ड 6 में 938, वार्ड सात में 1305, वार्ड 8 में 1121, वार्ड 9 में 1021, वार्ड 10 में 897, वार्ड 11 में 1103, वार्ड 12 में 1268, वार्ड 13 में 1136, वार्ड 14 में 900 और वार्ड 15 में 937 मतदाता शामिल किए गए हैं।
प्रधान पद के लिए उम्मीदवारों में होगा कड़ा मुकाबला : इस बार प्रधान पद का चुनाव सीधे तौर पर मतदाता कर सकेंगे। सभी वार्डों से 15 पार्षद अलग से चुने जाएंगे। प्रधान पद के लिए रोचक मुकाबला होगा। क्योंकि सत्तारूढ दल बीजेपी का शहर में अच्छा खासा प्रभाव है। वहीं कांग्रेस भी यहां कमजोर स्थिति में नहीं है। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू का भी यहां अपना प्रभाव है। इसलिए मुकाबला कड़ा होगा। सत्तापक्ष को इस बात का लाभ मिल सकता है कि शहर का विकास सरकार के सहयोग के बिना नहीं हो सकता। दूसरा यहां पर करीब 4 हजार मतदाता पंजाबी बिरादरी से हैं। ये लोग इस चुनाव में निर्णायक की भूमिका निभा सकते हैं। क्योंकि प्रधान पद की उम्मीदवार अनुसूचित जाति से होंगी और दो या उससे अधिक उम्मीदवार होना तय है, इसलिए उनके वोट बंट जाएंगे। अगर पंजाबी वोट नहीं बंटा तो फैसला इनके हाथ होगा। अन्य जातियों का भी यहां अपना प्रभाव है।