फतेहाबाद में किसान आंदोलन के समर्थन में दो जिला पार्षदों का इस्तीफा

इस्तीफे की कॉपी जिला उपायुक्त को भेजी है। वे 27 नवंबर से टिकरी बॉर्डर बहादुरगढ़ पर लगातार इस आंदोलन में बैठे रामचंद्र सहनाल व जिला पार्षद रामदास टिब्बी जनता को इस आंदोलन में प्रेरित करके शामिल कर रहे हैं।;

Update: 2020-12-06 11:03 GMT

फतेहाबाद : जिला पार्षद कामरेड रामचंद्र सहनाल व जिला पार्षद रामदास टिब्बी ने किसान आंदोलन के समर्थन में अपने पदों से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे की कॉपी जिला उपायुक्त को भेजी है।

इन जिला पार्षदों ने कहा कि केंद्र सरकार की हठधर्मिता के कारण पूरे देश का किसान, महिलाएं पिछले 4 माह से आंदोलन कर रही हैं। 27 नवंबर से टिकरी बॉर्डर बहादुरगढ़ पर लगातार इस आंदोलन में बैठे रामचंद्र सहनाल व जिला पार्षद रामदास टिब्बी जनता को इस आंदोलन में प्रेरित करके शामिल कर रहे हैं तथा खुद दोनों भी उसी दिन से इस आंदोलन में धरने पर बैठे हुए हैं।


   जिला उपायुक्त को दोनों जिला पार्षदों द्वारा भेजा गया इस्तीफा।

उन्होंने कहा कि कृषि विरोधी कानूनों को तुरंत रद्द किया जाए और बिजली निजीकरण पर रोक लगाई जाए क्योंकि इससे केवल किसान का रोजगार ही खत्म नहीं होगा बल्कि इससे आम जनता भी प्रभावित होगी। जिस युवा वर्ग को इस सरकार से बड़ी उम्मीदें थी, आज उन युवाओं के सपने पूरी तरह टूट चुके हैं। यही मोदी सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कहती थी लेकिन आज दोगुनी तो क्या, बड़े कारपोरेट घराने अडानी अंबानी जैसे कंपनियों के हाथ में लगातार कानून बनाने पर लगी हुई है।

 उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जब इस लोकतंत्र का हनन किया जा रहा है, जनतंत्र की किसी भी प्रकार की बात नहीं सुनी जा रही तो हमारे लिए जिला पार्षदों जैसे पदों पर बने रहना उचित नहीं है क्योंकि हमारे जैसे जनप्रतिनिधियों की बात भी नहीं सुनी जा रही इसलिए हम इस लोकतंत्र को बचाने के लिए, किसान आंदोलन के समर्थन के लिए अपने जिला पार्षद पदों से त्यागपत्र देते हैं। यह त्यागपत्र हमने डीसी के मार्फत हरियाणा सरकार को भेज दिया है।



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