कुलदीप बिश्नोई पर बरसे उदयभान, बोले - क्या दलित प्रदेशाध्यक्ष नहीं बन सकता, भजनलाल को CM बनाने में मेरे पिता ने की थी मदद
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने यह भी कहा कि सारा प्रदेश इस बात को जानता है कि कुलदीप बिश्नोई के पिता चौ. भजनलाल को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाने में मेरे पिता ने काफी मदद की थी। उन दिनों मेरे पिता भी विधानसभा सदस्य थे। कुलदीप को मेरे परिवार द्वारा किये गए एहसान नहीं भूलने चाहिए।;
चंडीगढ़। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कुलदीप बिश्नोई के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि प्रजातंत्र में तमाचा तो जनता मारती है और आने वाले विधान सभा चुनाव में जनता किसको तमाचा मारेगी ये 2024 बताएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने यह भी कहा आखिर उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने से कुलदीप बिश्नोई को इतनी तकलीफ क्यों हो रही है। क्या एक दलित का बेटा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बन सकता। उन्होंने आगे कहा कि सारा प्रदेश इस बात को जानता है कि कुलदीप बिश्नोई के पिता चौ. भजनलाल को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाने में मेरे पिता ने काफी मदद की थी। उन दिनों मेरे पिता भी विधानसभा सदस्य थे। कुलदीप को मेरे परिवार द्वारा किये गए एहसान नहीं भूलने चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कुलदीप बिश्नोई के उस बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें कुलदीप ने कहा था कि ''भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी जाति और बेटे दीपेंद्र हुड्डा को बढ़ाने में लगे हुए हैं''। उन्होंने कहा कि वो हुड्डा परिवार की तीन पीढ़ियों को जानते हैं और बड़ा परिवार होने के बावजूद परिवार में सिर्फ एक व्यक्ति राजनीति में है। पहले चौ. रणबीर सिंह जी ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, फिर चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने लगातार दो बार प्रदेश की बागडोर संभाली और हरियाणा में विकास के नये रिकार्ड बनाकर हरियाणा को अव्वल राज्यों की कतार में खड़ा किया और अब परिवार से तीसरी पीढ़ी के दीपेंद्र सिंह हुड्डा राजनीति में हैं। जबकि, कुलदीप बिश्नोई का सारा कुनबा राजनीति में लगा हुआ है।
कुलदीप के परिवार में पिता से लेकर मां, पत्नी, भाई सभी राजनीति में लगे रहते हैं। कुलदीप ने लोकसभा चुनाव के समय अपने ल़ड़के को टिकट दिलवाकर चुनाव लड़वाया, लेकिन उसकी जमानत जब्त हो गयी, जनता ने उसे सिरे से नकार दिया, इसमें कोई क्या कर सकता है। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र सिंह हुड्डा एक शरीफ, ईमानदार और मेहनती युवा नेता हैं। प्रदेश के लोग विशेषकर नौजवान उनसे बेहद प्यार करते हैं। उनकी लोकप्रियता से ईर्ष्या करने की बजाय कुलदीप बिश्नोई को प्रेरणा लेनी चाहिए।