अंडरपास किसानों के लिए बन गया परेशानी का सबब, तीन किलोमीटर का चक्कर काट रहे

लोगाें ने बताया कि पैदल चलने वाले राहगीर जब पानी से गुजरते हैं तो कई बार वाहन चालकों के कारण पानी की बौछार उनके कपड़ों पर जाती है। ऐसे में लोग पानी से बचने के लिए रेलवे लाइन (Railway Line) के ऊपर जाने लगे है। जिससे दुर्घटना होने का भय रहता है।;

Update: 2020-10-26 06:42 GMT

हरिभूमि न्यूज : झज्जर

तलाव रोड पर बने रेलवे अंडर पास (Railway underpass) में जमा पानी किसानों और राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। भारत सैनी, कृष्ण सैनी, रामबीर धनखड़, सुलतान सैनी, छत्तर सैनी आदि ने बताया कि उनके खेत में तलाव की तरफ अंडर पास के दूसरी तरफ लगते हैं। इस अंडरपास में भरा पानी उनके लिए तो जी का जंजाल बना ही है बल्कि अन्य वाहन चालकों व राहगीरों को भी इस कारण समस्या (Problem) का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने बताया कि तलाव गांव में जाने के लिए रेलवे क्रासिंग के नीचे बनाए गए इस अंडरपास में बरसात के मौसम में पानी भर गया था। इस संबंध में तलाव गांव के ग्रामीण रेलवे अधिकारियों को भी अवगत करा चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। विभाग के अधिकारियों द्वारा रेलवे क्रासिंग के साथ तीन-चार फुट गहरे गड्ढे भी खुदवा दिए हैं जिनसे दुपहिया वाहन ऊपर से रेलवे लाइन क्रास न कर सके। ग्रामीणों ने बताया कि पैदल चलने वाले राहगीर जब पानी से गुजरते हैं तो कई बार बडे़ वाहन चालक आते हैं  तो पानी की बौछार उनके कपड़ों पर पड़ जाती। ऐसे में लोग पानी से बचने के लिए रेलवे लाईनों के ऊपर जाने लगे है। जिससे दुर्घटना होने का भय रहता है। कालोनीवासियों व किसानों ने जिला प्रशासन से गुहार की है कि उचित कदम उठा कर उन्हें अंडरपास में हुए जलभराव की समस्या से छुटकारा दिलाया जाए।

तलाव गांव के लोगों ने बताया कि लगातार पानी भरा रहने से अंडर पास में गड्ढे भी बन गए है। अब इस अंडर पास से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित गांव जाने के लिए उन्हें तीन किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ता है। ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने इस संबंध में संबंधित विभाग को शिकायत की थी जिसके चलते समस्या के समाधान के लिए इसमें रोड़ी व बजरी डाल दी गई थी। अब पानी का स्तर तो कम हो गया लेकिन सूख नहीं पाया। राहगीरों का कहना है कि यहां जल स्तर ऊंचा है और पानी का स्रोत बना होने का अंदेशा है। जल भराव की यह समस्या बोरिंग द्वारा ठीक की जा सकती है।

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