Vikas Dubey encounter : चर्चित अफसर खेमका बोले, जो पुलिस टीमें नहीं कर सकीं एक निहत्थे व्यक्ति ने कर दिया
विकास दुबे द्वारा पुलिस कर्मियों की हत्या और उसके बाद में उसके एनकाउंटर को लेकर तमाम तरह की बहस छिड़ी हुई है। जिसके बाद से ही तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे। वहीं अब आईएएस अधिकारी अशोक खेमका (Ashok Khemka) ने भी गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर सोशल मीडिया पर अपना विचार प्रकट किया है।;
हरियाणा के चर्चित आईएएस अफसर अशोक खेमका (IAS Ashok Khemka) ने विकास दुबे मामले में व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है। खेमका का कहना है कि जिस खूंखार अपराधी को पकड़ने के लिए तमाम टीमें लगाईं गईं थी, उसके बावजूद उसे गिरफ्तार नहीं कर सकें बल्कि उज्जैन(Ujjain) महाकाल मंदिर के एक निहत्थे निजी सुरक्षा कर्मी ने खूंखार डॉन को पकड़ने का काम कर दिखाया, उसने ही उसे मध्य प्रदेश पुलिस के हवाले किया था। खेमका का कहना है कि जो कार्य पुलिस फोर्स नहीं कर पाई, उसे एक निहत्थे नागरिक ने कर दिखाया। क्या वह असली नायक नहीं है ? विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर खेमका ने अपने इस ट्वीट में कहा है कि निहत्थे नागरिक ने हौसला किया औऱ बड़ा काम कर दिखाया है।
यहां पर बता दें कि विकास दुबे द्वारा पुलिस कर्मियों की हत्या और उसके बाद में उसके एनकाउंटर को लेकर तमाम तरह की बहस छिड़ी हुई है। जिसके बाद से ही तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी नेत्री उमा भारती ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर मध्य प्रदेश प्रशासन से कई सवालों के जवाब मांगे हैं।
उज्जैन महाकाल मंदिर के एक निहत्थे निजी सुरक्षा कर्मी ने खूंखार डॉन को पकड़ मध्य प्रदेश पुलिस को सौंपा था। जो पूरी पुलिस फोर्स नहीं कर पाई, उसे एक निहत्थे नागरिक ने कर दिखाया। क्या वह असली नायक नहीं है?
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) July 11, 2020
वैसे, विकास दुबे की गिरफ्तारी और उसको सर्च करने के लिए पूर्व में उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश सारे ही राज्यों की पुलिस अलर्ट होने के बाद भी उसे काबू नहीं कर सकी थी। यूपी में उसकी तलाशी करने के लिए सौ से ज्यादा पुलिस की टीमें लगातार छापे मारी कर रही थीं। इसके बावजूद भी वो दिल्ली और फरीदाबाद होते हुए मध्य प्रदेश के उज्जैन में पहुंच गया।