प्रदेश में वृद्ध, विधवा और दिव्यांगों को पेंशन वृद्धि का इंतजार, अब तक कोई अधिकारिक घोषणा नहीं
कोविड-19 के कारण सरकारी राजस्व में हुई कमी के नाम पर सरकार इस बार पेंशन में वृद्धि करने से बच रही है। हरियाणा में 27 लाख 39 हजार 365 पेंशन लाभार्थी हैं। जिनमें वृद्धावस्था पेंशन के 16 लाख 55 हजार लाभार्थी हैं। विधवा व बेसहारा पेंशन के 7 लाख 21 हजार पेंशन धारक हैं।;
हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
हर साल की भांति इस बार भी प्रदेश के पेंशनधारकों को पेंशन बढ़ने का इंतजार है। लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई अधिकारिक घोषणा नहीं होने से हजारों पेंशनधारक मायूस हैं। कोरोना के कारण हुए आर्थिक नुकसान का बहाना बनाकर इस बार सरकार वार्षिक पेंशन वृद्धि करने से बचती नजर आ रही है।
बता दें कि वर्ष-2014 में मनोहर सरकार का प्रथम कार्यकाल शुरू होने के बाद हर साल 200 रुपए का इजाफा कर वर्ष 2019 तक 2000 रुपए कर दी गई थी। फिर गठबंधन की सरकार बनने के बाद गत वर्ष मनोहर सरकार ने पेंशन में 250 रुपये की वृद्धि करते हुए पेंशन 2250 रुपये कर दी थी। इस साल भी पेंशन धारकों को इंतजार है कि नए साल में उनकी पेंशन बढ़ेगी। लेकिन अभी तक मिल रहे संकेतों के आधार पर इस बार पेंशन बढ़ती नहीं दिख रही।
कोविड-19 के कारण सरकारी राजस्व में हुई कमी के नाम पर सरकार इस बार पेंशन में वृद्धि करने से बच रही है। हालांकि इस मामले में अब तक कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। नगर पार्षद सीमा वजीर राठी, रमन यादव व गुरदेव राठी आदि ने सरकार से अविलंब पेंशन बढ़ाने की घोषणा करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार हरियाणा में 27 लाख 39 हजार 365 पेंशन लाभार्थी हैं। जिनमें वृद्धावस्था पेंशन के 16 लाख 55 हजार लाभार्थी हैं। विधवा व बेसहारा पेंशन के 7 लाख 21 हजार पेंशन धारक हैं। जबकि आठ अन्य वर्गों के 3 लाख 63 हजार लाभार्थी हैं।