Weather Forecast : हरियाणा सहित देश के उत्तरी राज्यों में 18 से तेज बारिश की संभावना, जानिए मौसम अपडेट

अगले दो-तीन दिनों में पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा व एनसीआर दिल्ली पर मानसून गतिविधियों के लिए जिम्मेदार मौसम प्रणाली एक्टिव होने की संभावना है, जिस कारण जेत बारिश हो सकती है।;

Update: 2022-07-15 14:41 GMT

Mausam Ki Jankari

आज शुक्रवार को भी हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अनेक स्थानों पर बिखराव वाली हल्की बारिश और कुछ स्थानों पर तेज़ गति से हवाएं चलने और तीव्र बारिश की गतिविधियां देखने को मिलीं तथा कुछ स्थान अभी भी शुष्क बने हुए हैं। अभी हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में आने वाले तीन दिनों तक इसी प्रकार की बिखराव वाली बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया जाएगा। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि सम्पूर्ण इलाके पर मानसून गतिविधियों को दर्ज किया जा रहा है। कहीं हल्की तो कहीं तेज़ गति से बारिश की गतिविधियां शुरू हैं। आज हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया है।

वर्तमान परिदृश्य में मानसून टर्फ रेखा की वजह से और पंजाब और राजस्थान पर बने एक चक्रवातीय सरकुलेशन बनने से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से जबरदस्त नमी की वजह से गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब पर जबरदस्त मानसून की धमाकेदार गतिविधियों को दर्ज किया जा रहा है। साथ ही हरियाणा के पश्चिमी हिस्से सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और महेंद्रगढ़ में भी हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल रही है। जबकि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्से में अभी मानसून गतिविधियां नदारद है। साथ ही हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अभी मानसून की सामान्य और बिखराव वाली बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही है।

परन्तु जल्द ही इन सभी राज्यों पर मानसून की जबरदस्त गतिविधियां देखने को मिलेगी। क्योंकि 18/19 तारीख से मानसून टर्फ रेखा उत्तरी होने वाली है और सम्पूर्ण मैदानी राज्यों पर जबरदस्त मानसून गतिविधियां दर्ज करने की संभावना बन रही है। अगले दो तीन दिनों में पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा व एनसीआर दिल्ली पर मानसून गतिविधियों के लिए जिम्मेदार मौसम प्रणाली एक्टिव होने की संभावना है। वर्तमान समय में एक ऊपरी वायुमंडलीय स्तर पर एक चक्रवातीय हवाओं का परिसंचरण तंत्र बना हुआ है इसके असर से अरब सागर से नमी मिलने लगी है और इस चक्रवातीय सरकुलेशन बाद में 18 जुलाई सोमवार को एक कम दबाव ( लो प्रेशर एरिया) में बदलने की संभावना है। साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के ऊपर है जो 48 घंटे में जम्मू कश्मीर पहुंच सकता है जिसकी वजह से पंजाब और उत्तरी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बन सकता है।

वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, जबलपुर पेंड्रा रोड होते हुए गुजर रही है। ग्वालियर मानसून ट्रफ लाइन के उत्तर में स्थित है जो अगले दो -तीन दिनों में उत्तर में स्थित होने लगेगी। साथ ही बंगाल की खाड़ी में नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना बन रही है जिस कारण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में झमाझम बारिश के आसार बन रहे हैं, अरब सागर में भी कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इन सभी मौसम प्रणाली द्वारा उत्तरी मैदानी राज्यों पर 19 से 25 जुलाई के मध्य झमाझम बारिश देखने को मिलेगी। 

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