Weather Update : आफत भरी बारिश से हरियाणा सहित उत्तर भारत को मिलेगी राहत, जानिए मौसम का हाल

2 अक्टूबर से उत्तर-पश्चिमी हवाएं धरातल से लेकर ऊपरी वायुमंडल के स्तर तक चलना शुरू कर देंगी। यही हवाएं उत्तर भारत में सक्रिय मानसून की बंगाल की खाड़ी से आईं नमी वाली पुर्वी हवाओं को वापिस खदेड़ते हुए मध्य भारत व उससे आगे तक ले जाएंगी।;

Update: 2022-10-11 12:18 GMT

Mausam Ki Jankari

बंगाल की खाड़ी पर बने लो प्रेशर एरिया के कारण हरियाणा और एनसीआर दिल्ली में पिछले चार-पांच दिनों से मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है और सम्पूर्ण इलाके में मानसून की विदाई के बाद भी बारिश दर्ज की जा रही है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया 3 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी पर बने लो प्रेशर एरिया का ट्रैक उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से होते हुए पूर्वी राजस्थान पर पहुंचकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरफ री- कर्ब हुआ, जिस कारण दक्षिणी हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश में एक बड़े हिस्से पर एक चक्रवातीय सरकुलेशन बना, जिससे बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ही तरफ से प्रचुर मात्रा में नमी मिलीं। पूर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश, हरियाणा और एनसीआर में पिछले 5 दिनों से बादलों ने डेरा जमा रखा था और सावन माह की तरह बौछार फुहारों से मौसम सुहावना बना हुआ था।

इस दौरान हरियाणा, एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश दर्ज की गई। साथ ही एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने से दक्षिणी पंजाब और उत्तरी हरियाणा पर प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनने और पिछली मौसम प्रणाली जो वर्तमान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पर बनी हुई है, के टकराव से कल रात से ही पंजाब, उत्तरी हरियाणा के जिलों, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज हुई। इस मौसमी प्रणाली द्वारा आज़ और कल भी उत्तरी हिस्सों में बारिश दर्ज की जाएगी। उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर हिमपात होने से सम्पूर्ण मैदानी इलाकों में गुलाबी ठंड का आगाज होने लगा है। इसके अलावा मंगलवार को हरियाणा के पंजाब राज्य से लगते जिलों में भी हल्की बिखराव वाली बारिश दर्ज की गई।

परंतु अब हरियाणा व एनसीआर दिल्ली को आफ़त भरी बारिश से जल्द ही राहत मिलने वाली है। 12 अक्टूबर से उत्तर-पश्चिमी हवाएं धरातल से लेकर ऊपरी वायुमंडल के स्तर तक चलना शुरू कर देंगी। यही हवाएं उत्तर भारत में सक्रिय मानसून की बंगाल की खाड़ी से आईं नमी वाली पुर्वी हवाओं को वापिस खदेड़ते हुए मध्य भारत व उससे आगे तक ले जाएंगी। साथ ही सम्पूर्ण इलाके में एक बार फिर उत्तरी पश्चिमी हवाओं का प्रभुत्व स्थापित हो जाएगा। 12 अक्टूबर को दक्षिणी हरियाणा के हिस्सों और 13 अक्टूबर से सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम साफ और शुष्क हो जाएगा।

14 अक्टूबर तक सम्पूर्ण उत्तर भारत से मानसून की विदाई पूरी तरह हो जाएगी। आज़ हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री से 21.0 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री और 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन और रात्रि के तापमान में गिरावट से आमजन को गुलाबी ठंड का अहसास होने लगा है। आने वाले दिनों में उत्तरी पश्चिमी पवनों की वजह से अधिकतम तापमान के साथ न्यूनतम तापमान में भी गिरावट शुरू हो जाएगी और दिपावली पर्व पर ठंड अपने तीखे तेवरों से आगाज करेगी। आने वाले दिनों में हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है।

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