Weather Update : कल से हरियाणा और दिल्ली सहित देश के इन राज्यों में बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट
15 अक्टूबर तक सम्पूर्ण उत्तर भारत से मानसून की विदाई पूरी हो जाएगी। इसके बाद उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात होने से अधिकतम तापमान के साथ- साथ न्यूनतम तापमान भी गिरने से गुलाबी ठंड का आगाज होगा।;
Mausam Ki Jankari
हरियाणा और एनसीआर दिल्ली में आज शुक्रवार को अधिकतर स्थानों पर काले बादलों ने डेरा जमा लिया और अनेक स्थानों पर हल्की फुहारों से सम्पूर्ण इलाके में मौसम सुहावना बना हुआ है। आने वाले दो-तीन दिनों तक सम्पूर्ण इलाके में इसी प्रकार का मौसम रहने और साथ ही हरियाणा के उत्तरी पूर्वी के साथ दक्षिणी जिलों और केंद्रीय जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ तेज़ बारिश होने की संभावना बन रही है।
8 से 11 अक्टूबर के बीच बारिश की संभावना
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि चीन सागर से उठे नोरू तुफान के अवशेष के बाद बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया का असर अब हरियाणा और एनसीआर दिल्ली पर दिखाई देने लगा है। इस मौसम प्रणाली द्वारा पिछले दो-तीन दिनों से बंगाल, छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में जबरदस्त बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया। अब 8 से 11 अक्टूबर के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड के साथ उत्तरी पूर्वी हरियाणा के जिलों अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, एनसीआर दिल्ली, फरीदाबाद, पलवल के साथ दक्षिणी हरियाणा के जिलों नूंह, मेवात, रेवाड़ी, गुड़गांव, महेंद्रगढ़, साथ ही केन्द्रीय जिलों चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक, जींद, कैथल और भिवानी में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना बन रही है। इसलिए भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान सम्पूर्ण इलाके पर बादल अपना डेरा जमा लेंगे और तेज गति से हवाएं चलेंगी। जबकि हरियाणा के पश्चिमी हिस्से में भी आंशिक बादल वाही और कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी और बिखराव वाली बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया जाएगा।
भारतीय मौसम विभाग ( India Meteorological Department ) के अनुसार वर्तमान में उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में मौजूद पश्चिमी विक्षोभ कल से उत्तर भारत से आगे निकलना शुरू कर देगा। जिसके साथ जो पश्चिमी हवाएं बंगाल की खाड़ी से आए सिस्टम को उत्तर भारत के अंदरूनी इलाकों में आने से रोक रही थी, वर्तमान में वो कमजोर पड़ेगी। जिस कारण बंगाल की खाड़ी की पूर्वी नमी वाली हवाओं का रूख और अधिक प्रभावी होने से हरियाणा और एनसीआर दिल्ली में बारिश की गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा दक्षिण मध्यप्रदेश पर मौजूद चक्रवातीय सरकुलेशन अब कमजोर हो गया है। लेकिन उत्तरी राजस्थान और दक्षिणी हरियाणा की और बढ़ने के साथ सिस्टम फिर से सक्रिय होने से हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी की संभावना बन रही है।
15 अक्टूबर तक मानसून की विदाई
एक ट्रफ उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना औऱ फिर तटीय आंध्रप्रदेश के इलाकों तक बनी हुई है। आने वाले दिनों में यह ट्रफ पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगी। साथ ही 13 अक्टूबर से अफगानिस्तान व ईरान पर एक प्रति चक्रवातीय सरकुलेशन बनना शुरू होने से 14 अक्टूबर से उत्तर-पश्चिमी हवाएं धरातल से लेकर ऊपरी स्तर तक बहना शुरू देगी। यही पश्चिमी हवाए उत्तर भारत में सक्रिय हुई मॉनसून की पुर्वी हवाओँ को वापिस खदेड़ती हुई मध्य भारत व उससे आगे तक ले जाएगी। जिसकी वजह से 15 अक्टूबर तक सम्पूर्ण उत्तर भारत से मानसून की विदाई पूरी हो जाएगी। इस दौरान उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात होने से अधिकतम तापमान के साथ- साथ न्यूनतम तापमान भी गिरना शुरू करेगा। अभी के अनुसार 15 अक्टूबर के बाद उत्तरी मैदानी राज्यों पंजाब, राजस्थान, हरियाणा व एनसीआर दिल्ली, उत्तर प्रदेश में तापमान 15℃ तक व उससे नीचे भी जा सकता है और सम्पूर्ण इलाके में गुलाबी ठंड का आगाज होगा।