Weather Update : हरियाणा, NCR दिल्ली में तापमान बढ़ने से ठंड से राहत, पढ़ें आगे कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
गुरुवार को हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतम तापमान 15.0 डिग्री से 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है।;
Mausam Ki Jankari : हरियाणा और एनसीआर दिल्ली में मौसम में बदलाव साफ दिखाई दे रहा है। सम्पूर्ण इलाके में आफ़त भरी शीतलहर और कोहरा और कड़ाके की ठंड से आमजन को राहत मिली है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि भारत के उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में कल एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में भारी मात्रा में हिमपात हो रहा है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनने से दक्षिणी पश्चिमी और पूर्वी हवाओं की वजह से मैदानी राज्यों विशेषकर पंजाब, हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर बादलवाही देखने को मिल रही है और पंजाब से लगते उत्तरी जिलों में सिमित स्थानों पर हल्की बारिश और बूंदाबांदी दर्ज की गई। मौसम प्रणाली द्वारा हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में पवनों की दिशा और गति बदलाव से अधिकतर स्थानों पर आफ़त भरी ठंड और कोहरा, शीत लहर से आमजन को राहत मिली है। क्योंकि वर्तमान समय में उत्तरी बर्फिली हवाओं का प्रभुत्व नदारद है।
इस दौरान सम्पूर्ण इलाके में दिनभर विपरीत पवनों के मिलन से बादलवाही देखने को मिल रही है और साथ ही दिन और रात्रि के तापमान में उछाल जारी है। गुरुवार को हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतम तापमान 15.0 डिग्री से 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। जिसकी वजह से रात्रि का तापमान 4.0 डिग्री से 9.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। सम्पूर्ण इलाके में सुबह से ही आसमान में बादलवाही देखने को मिली और सूर्य और बादलों में लुका छिपी का खेल देखने को मिला। शुक्रवार को भी हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम प्रणाली का प्रभाव देखने को मिलेगा और सम्पूर्ण इलाके में आंशिक बादलवाही देखने को मिलेगी। हरियाणा के पंजाब से सटे हुए स्थानों पर केवल सिमित स्थानों पर बुंदाबांदी / बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया जाएगा। 31 दिसंबर को मौसम प्रणाली पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल जाएगी और एक बार फिर हिमालय की हिमाच्छादित शिखरों से उत्तरी पवनों का रूख मैदानी राज्यों पर हो जाएगा जिसकी वजह से सम्पूर्ण मैदानी राज्यों में ठंड अपने विकराल रूप धारण करके जबरदस्त तरीके से आगाज करेगी।