Kaithal : मंडी में गेहूं की आवक जारी, एजेंसियों का नमी बताकर खरीदने से इनकार, एफसीआई ने सैंपल भेजे लैब
मंडियों में किसान गेहूं लेकर आ रहे हैं, लेकिन खरीद एजेंसियां गेहूं में नमी बताकर खरीदने से इंकार कर रही हैं। सरकार के दावों के अनुसार एक अप्रैल से मंडियों में गेहूं की खरीदी शुरू नहीं हो सकी। बरसात की मार झेल चुकी गेहूं एफसीआई के मानकों पर खरा नहीं उतर रही। गेहूं में नमी के अलावा ग्रेन फाल्ट समेत दूसरी कमियां बताई जा रही हैं।;
हरिभूमि न्यूज कैथल । दो दिन से जिला की मंडियों में किसान गेहूं लेकर आ रहे हैं, लेकिन खरीद एजेंसियां गेहूं में नमी बताकर खरीदने से इंकार कर रही हैं। सरकार के दावों के अनुसार एक अप्रैल से मंडियों में गेहूं की खरीदी शुरू नहीं हो सकी। बरसात की मार झेल चुकी गेहूं एफसीआई के मानकों पर खरा नहीं उतर रही। गेहूं में नमी के अलावा ग्रेन फाल्ट समेत दूसरी कमियां बताई जा रही हैं। एफसीआई गेहूं को लेते समय कुछ रियायत करें, इसके लिए फूड सप्लाई व एफसीआई की टीम ने फसल के सैंपल लेकर जांच के लिए एफसीआई लैब भेजे हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार तक कैथल व पाई की अनाज मंडियों में 3 हजार क्विंटल से अधिक गेहूं पहुंच चुका है। लेकिन खरीद न होने के कारण किसान मंडियों के फड़ों पर गेहूं को सुखाने में लगे हुए हैं। पाई की अनाज मंडी में भी गेहूं की फसल आने के बावजूद गेहूं फसल की खरीद का कार्य चालू नहीं हो पाया। किसान राम कुमार, दिलबाग, किसान नेता करतारा, जयभगवान, बलवान ने बताया कि खरीद एजेंसी के अधिकारी जान बुझकर किसानों की गेहूं की खरीद शुरू करने में देरी कर रहे हैं। इससे किसानों को मंडी में अपनी फसल की ढेरी की रखवाली करनी पड़ रही है। किसानों का समय मंडी में बेकार होने के चलते वे अपनी फसल की संभाल खेतों में नहीं कर पा रहे।
अधिक नमी के चलते नहीं हो पाई खरीद
मार्केट कमेटी सचिव जोगिन्द्र सिंह पेशिया ने बताया कि मंडी में किसानों की फसल आई हुई है, परन्तु उसमें नमी अधिक है। जिस कारण से खरीद का कार्य शुरू नहीं हो पाया। उन्होंने खरीद एजेंसी हैफेड के खरीद अधिकारियों को मंडी में गेहूं आने के बारे में अवगत करवा दिया है। सोमवार से खरीद का कार्य सुचारू रुप से चालू हो जाएगा।
अधिक नमी की पहुंच रही गेहूं
फूड एंड सप्लाई विभाग कैथल के इंस्पेक्टर समीर वशिष्ठ का कहना है कि मंडी में पहुंची फसल में अभी बहुत नमी मिल रही है। नमी अधिक होने के कारण ही फसल की खरीद नहीं हो पा रही क्योंकि इस क्वालिटी की गेहूं को एफसीआई रिसीव नहीं करेगी। धूप खिली रही तो दो-चार दिन में सीजन गति पकड़ लेगा।