विधायक नीरज शर्मा क्यों लगा रहे जान की बाजी, जानें क्या है पूरा मामला
बाबा दीप सिंह प्याली चौक पर अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन करते हुए शर्मा ने प्रदेश सरकार (State government) को अल्टीमेटम दे दिया है कि एनआईटी विधानसभा में मेट्रो लाने के लिए वह अपनी जान की बाजी लगा देंगे।;
फरीदाबाद। एनआईटी 86 के (MLA Neeraj Sharma) ने प्रदेश सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है कि एनआईटी विधानसभा में मेट्रो (Metro) लाने के लिए वह अपनी जान की बाज़ी लगा देंगे। बाबा दीप सिंह प्याली चौक पर अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन करते हुए शर्मा ने कहा कि एनआईटी के लोग अपने श्रम से फरीदाबाद को फरीदाबाद बनाते हैं लेकिन उनको कोई सुविधा नहीं मिलती स्मार्ट सिटी के नाम पर एनआईटी में एक भी ईंट नहीं लगी और अब मेट्रो से भी एनआईटी 86 को वंचित किया का रहा है।
पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से बाहर रखा और अब मेट्रो स्टेशन से वंचित रखने की कोशिश | हमारी विधानसभा के साथ इस तरह का सौतेला व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्याली चौक का मेट्रो रेल का स्टेशन जरूर बनेगा. टीम पंडितजी हर संभव स्तर पर क्षेत्र के हित की आवाज़ बुलंद करेगी pic.twitter.com/i18fikrcEH
— Neeraj Sharma MLA (@NeerajSharmaINC) July 26, 2020
उन्होंने डीएमआरसी ने फरीदाबाद से गुरुग्राम तक मेट्रो चलाने के लिए जो डीपीआर बनाई है उसमे एक भी स्टेशन एनआईटी 86 विधानसभा में नहीं है जबकि बडख़ल विधानसभा में जहां से मेट्रो के स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं वहां आबादी ज्यादा है और जगह नहीं है ऐसे में मेट्रो अंडर ग्राउंड जाएगी। जबकि अगर मेट्रो बाबा दीप सिंह चौक से होकर गुजरती है तो न सर्फि एनआईटी बल्कि बडख़ल व बल्लबगढ़ विधासभा की जनता को भी लाभ होगा।
शर्मा ने प्याली चौक से मेट्रो लाइन बनाने के फायदे गिनवाते हुए कहा कि एयर फोर्स रोड प्रदूषण के मामले में देश की हॉटस्पॉट जगह है। यहां से मेट्रो गुजरने से न सर्फि प्रदूषण में कमी आएगी बल्कि मेट्रो लाइन ओवर हेड जाने से लागत में भी कमी आएगी। उन्होंने फरीदाबाद के सांसद और केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर से भी आग्रह किया कि मुझसे ज्यादा मान सम्मान एनआईटी 86 की जनता ने सांसद चुनाव में गुर्जर को दिया था गुर्जर को चाहिए कि वह एनआईटी की जनता के साथ सौतेला व्यवहार होने से रोकें। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के समय में प्रोजेक्ट बनाते हुए जो सौतेला व्यवहार एनआईटी 86 की जनता से किया गया वह कम से कम मेट्रो प्रोजेक्ट के दौरान तो नहीं होना चाहिए।