भारी ठंड में गर्म रहेगा हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र, सत्ता पक्ष और विपक्ष तैयार
विपक्ष के नेता दर्जनों मुद्दे गिनवाकर अभी से हमलावर हैं उनका कहना है कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है। दूसरी तरफ सत्तापक्ष के नेताओं का कहना है कि सदन में विपक्ष की हर बात का जवाब साक्ष्य और तथ्यों के आधार पर देंगे।;
योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़
हरियाणा विधानसभा का 26 दिसंबर से होने वाला विशेष सत्र भरी ठंड में गरमा गरम रहेगा..। सत्ता पक्ष पर हमला करने के लिए जहां विपक्ष की ओर से कांग्रेस विधायक तैयारी में है। वहीं सत्ता पक्ष भी विपक्ष को जवाब देने के लिए तैयार है। विपक्ष के नेता दर्जनों मुद्दे गिनवाकर अभी से हमलावर हैं उनका कहना है कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है। दूसरी तरफ सत्तापक्ष के नेताओं का कहना है कि सदन में विपक्ष की हर बात का जवाब साक्ष्य और तथ्यों के आधार पर देंगे। इस प्रकार से इस बार का शीतकालीन सत्र छोटा लेकिन हंगामेदार रहेगा।
भले ही हरियाणा विधानसभा के इस सत्र की अवधि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में 26 की सुबह निर्धारित होगी। उसके बावजूद हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने इसके अधिकतम 3 दिन चलने के संकेत दिए हैं, साथ ही यह भी साफ कर दिया कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में इसका समय बढ़ाने और घटाने का कोई भी फैसला हो सकता है। उन्होंने हरियाणा विधानसभा के इस सत्र के लिए विधायकों द्वारा प्रश्न लगाने के साथ-साथ ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आने की शुरुआत की पुष्टि करते हुए कहा कि सत्र को लेकर राज्यपाल हरियाणा की समनिंग के बाद ही ध्यानाकर्षण प्रस्ताव मान्य होंगे और जिन्होंने यह समय से पहले भेज दिए उनको दोबारा देने होंगे। इस बार भी सदन का वक्त सुबह 11 बजे से शाम के 6 बजे तक का निर्धारित किया गया है। अर्थात हर एक दिन डबल सीटिंग रहेगी साथ हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता का कहना है कि हम विपक्ष को ज्यादा से ज्यादा बोलने का मौका देते हैं, उन्होंने कहा कि मात्र हाउस के लिए बिजनेस होना चाहिए और सही मुद्दे सदन का वक्त जाया करना किसी भी सूरत में ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय के अलावा भी कई बार वक्त बढ़ाकर विधायकों को अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है ।
नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ-साथ कांग्रेस की विधायक किरण चौधरी अन्य नेताओं का कहना है कि 3 दिन का विशेष सत्र बहुत ही कम समय है। उन्होंने कहा कि कम से कम 1 सप्ताह या 10 दिन यह सत्र चलना चाहिए। हम बिजनेस एडवाइजरी कमिटी की बैठक में भी अपने सुझाव रखेंगे ताकि उसका समय बढ़ाया जा सके। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के विधायकों के पास सत्ता पक्ष पर हमला करने के लिए तमाम विषय हैं क्योंकि सरकार के विरुद्ध मेडिकल के छात्र हड़ताल पर हैं। जिन पर सरकार बॉन्ड पॉलिसी जबरन थोपना चाहती है। इस मामले में तीन बार बैठक करने की जरूरत नहीं है बल्कि नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार और प्रदेश के लोगों के हित में इसको तुरंत वापस ले।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर बढ़ते अपराध महंगाई और बेरोजगारी जैसे विषय भी सदन में उठाए जाएंगे। बेरोजगार युवा पूरे प्रदेश में आंदोलन चला रहे हैं लेकिन सरकार उनकी सुनवाई करने के स्थान पर आए दिन नए-नए आश्वासन देने में लगी है। इनेलो के विधायक अभय चौटाला भी सरकार पर हमलावर हैं उनका कहना है कि शीतकालीन सत्र में वह गरमा गरम मुद्दे सदन के अंदर उठाएंगे। इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि जननायक जनता पार्टी और भाजपा के गठबंधन वाली यह सरकार लोगों के साथ वादाखिलाफी कर रही है। बुजुर्गों की पेंशन तुरंत 5000 की जाए इसके अलावा महंगाई बेरोजगारी कानून व्यवस्था प्रदेश में फैल रही बीमारियों को लेकर भी सरकार फेल नजर आ रही है। सारे मुद्दे समय आने पर सदन के अंदर उठाए जाएंगे कई घोटालों की जांच कराने के नाम पर उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
सरकार के पास बिजनेस भी अच्छा खासा
हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए सत्ताधारी मनोहर सरकार के पास अच्छा खासा बिजनेस है। इस दौरान कई विधायक और संशोधन सदन में लाने के साथ-साथ नई स्क्रैप पॉलिसी सदन में अडॉप्ट की जाएगी इसे अब से पहले हरियाणा मंत्री समूह पास कर चुका है। दूसरी तरफ शीतकालीन सत्र के दौरान प्र बजट बैठकों और केंद्र के आने वाले बजट को लेकर भी चर्चा गर्म रहेगी राज्य का बजट बतौर वित्त मंत्री मुख्यमंत्री पेश करेंगे। इस क्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री बजट बैठकों का सिलसिला शुरू कर चुके हैं। इसके 1 दिन पहले ही हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता 1 दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम फ्री बजट ट्रेनिंग को लेकर कर चुके हैं।