तीसरी बार भी बेटी होने पर महिला को लगा ऐसा सदमा, डिलीवरी के बाद हो गई मौत
गांव नचारखेड़ा निवासी 24 वर्षीय दर्शना को वीरवार सुबह सीएचसी नरवाना लगाया गया था। जहां उसने तीसरी बेटी को जन्म दिया। उसे इसका ऐसा सदमा लगा कि उसकी मौत हो गई।;
हरिभूमि न्यूज. जींद
एक महिला को तीसरी बार भी बेटी हुई तो उसे इसका ऐसा सदमा लगा कि डिलीवरी ( Delivery ) के कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों ने विलाप करना शुरू किया तो पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत किया। बाद में मायका पक्ष की सहमति से ससुराल पक्ष के लोग जच्चा के शव को बगैर पोस्टमार्टम करवाए ले गए। गांव नचारखेड़ा निवासी अनिल की 24 वर्षीय पत्नी दर्शना को प्रसव पीड़ा ( Labor Pain ) के चलते वीरवार को सुबह सीएचसी नरवाना ले जाया गया। जहां दर्शना ने बेटी ( Daughter) को जन्म दिया। जब दर्शना को बेटी पैदा होने के बारे में पता चला तो उसकी हालत बिगड़ने लगी। जिस पर दर्शना को जींद के सामान्य अस्पताल रेफर कर दिया। चिकित्सकों ने महिला को बचाने के भरसक प्रयास किए लेकिन उसकी मौत हो गई। महिला के साथ आए तिमारदारों को जब उसकी मौत का पता चला तो वे फूट फूटकर रोने लगे।
गायनी वार्ड में शोर शराबा सुनकर काफी मरीज तथा तिमारदार एकत्रित हो गए। सूचना पाकर सिविल लाइन थाना प्रभारी भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत करवाया। मृतका के जेठ राममेहर ने बताया कि दर्शना की शादी सात साल पहले उसके छोटे भाई अनिल के साथ हुई थी। दोनों को दो बेटियां पहले से हैं। तीसरे प्रसव के दौरान जब दर्शना को बेटी होने के बारे में पता चला तो उसकी हालत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे जींद सामान्य अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसकी मौत हो गई। दर्शना की मौत की सूचना पाकर उसके मायका वाले गांव छातर के लोग भी सामान्य अस्पताल पहुंचे, जिसके बाद दोनों पक्षों ने पोस्टमार्टम न करवाने की इच्छा जताई। जिस पर मृतका के शव को उनके हवाले कर दिया गया।
मेडिकल सुप्रीडेंट डा. गोपाल गोयल ने बताया कि जब महिला को सामान्य अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत बहुत ज्यादा खराब थी। कुछ क्षण के बाद ही जच्चा महिला की मौत हो गई। जिसके शव को वारिसों के हवाले कर दिया गया है। सिविल लाइन थाना प्रभारी हरिओम ने बताया कि सामान्य अस्पताल में शोर शराबे की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर वे पुलिस बल के साथ पहुंचे थे। जच्चा की मौत पर परिजन विलाप कर रहे थे, जिन्हे समझा बुझाकर शांत कर दिया गया।