महिला हॉकी खिलाड़ियों ने हरियाणा सरकार के आगे रखी यह मांग, मंत्री विज बोले- मैं वकील बनकर पैरवी करूंगा
महिला हॉकी खिलाड़ी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मिलने उनके कार्यालय में पहुंची। इनमें टीम की कप्तान रानी रामपाल, मोनिका, निशा, नवनीत कौर, नवजोत कौर, उदय, शर्मिला और नेहा शामिल थीं।;
चंडीगढ़। भारत की महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मिलने उनके कार्यालय में पहुंची। इन महिला खिलाडिय़ों में टीम की कप्तान रानी रामपाल, मोनिका, निशा, नवनीत कौर, नवजोत कौर, उदय, शर्मिला और नेहा शामिल थीं। इसके अलावा, टीम केे साथ आए शाहाबाद विधायक रामकरण काला भी उपस्थित थे। मंत्री विज ने इन खिलाडिय़ों को शॉल ओढ़ाकर व मिठाई खिलाकर स्वागत किया। विज ने कहा कि ओलंपिक जैसी बड़ी खेल प्रतियोगिता में किसी टीम व खिलाड़ी का पहुंचना बहुत ही बड़ी बात है क्योंकि ओलंपिक में जाने के लिए कई खिलाडियों की ख्वाहिशें होती हैं। उन्होंने कहा कि खेल में हार-जीत होती रहती है और खेल में इसका कोई महत्व नहीं होता है, महत्व इस बात का है कि ये कितने दमखम के साथ खेली हैं और इन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है।
इस दौरान महिला खिलाड़ियों ने उनको दी जाने वाली इनाम की राशि 50 लाख से बढ़ाकर देने के साथ-साथ एक प्लॉट और नौकरी की मांग की। गृह मंत्री अनिल विज ने उन्हें आश्वस्त किया है कि पूरा मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने रखा जाएगा। विज ने चुटकी लेते हुए कहा कि वह लड़कियों के वकील बनकर पैरवी करेंगे क्योंकि वह एक अच्छे वकील भी हैं। उन्होंने कहा कि इन हाकी खिलाडियों ने मैचों में दमखम, तकनीक, वैज्ञानिक सूझबुझ के साथ अपने खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मैच नहीं जीत पाए लेकिन इन्होंने अपने खेल के बल पर पूरे देश को एक करने का काम किया है।