सूर्य ग्रहण : Kurukshetra में परम्परा को निभाने के लिए ब्रह्मसरोवर पर पूजा और अनुष्ठान
अनुष्ठान में मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने विचार रखते हुए कहा कि नकारात्मकता को दूर करने के लिए ही ब्रह्मसरोवर पर अनुष्ठान का आयोजन किया गया है।;
कुरुक्षेत्र। ब्रह्मसरोवर के वीआईपी घाट पर सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) के अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद (Swami Gyananand) की अध्यक्षता में विश्व शांति एवं कोरोना महामारी की शांति हेतु हवन यज्ञ पाठ का आयोजन किया गया। इस बार कोरोना के चलते हरियाणा सरकार ने मेला रद्द कर दिया है। इस बार कोरोना महामारी के चलते श्रद्धालुओं को ब्रह्मसरोवर पर स्नान करने की आज्ञा नहीं दी गई। ब्रह्मसरोवर पर सूर्य ग्रहण के मद्देनजर श्रद्धालुओं की भीड़ ना जुटे इस लिए जिला प्रशासन ने धर्म नगरी में कर्फ्यू लगा दिया है। धर्मनगरी में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।
परम्परा को निभाने के लिए पूजा और अनुष्ठान का ब्रह्मसरोवर पर आयोजन किया गया। अनुष्ठान में मथुरा के रमणरेती स्थित कार्ष्णि आश्रम के संचालक स्वामी गुरुशरणानदं महाराज, पथमेड़ा गोशाला राजस्थान के संचालक दत्त शरणानंद महाराज, मल्लू पीठाधीश्वर के संचालक राजेंद्र दास व गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने हिस्सा लिया। अनुष्ठान में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने विचार रखते हुए कहा कि नकारात्मकता को दूर करने के लिए ही ब्रह्मसरोवर पर अनुष्ठान का आयोजन किया गया है और विश्व शांति एवं कोरोना की महामारी को दूर करने हेतु हवन यज्ञ का आयोजन किया गया है।
कुरुक्षेत्र में दिखाई देने वाले कंगनाकार सूर्य ग्रहण पर इसरो शोध कर रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस धर्मनगरी में रिंग ऑफ फायर यानि वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई देगा। ऐसा संयोग 11 साल बाद दिखाई दे रहा है। इससे पहले दक्षिणी भारत के कुछ हिस्सों में यह दृश्य नजर आया था।