नक्सली हमले में यमुनानगर का लाल छत्तीसगढ़ में शहीद, CRPF में थी तैनाती

शहीद होने का पता लगते ही क्षेत्र के लोग गांव कल्याणपुर में पहुंचने शुरू हो गए हैं।मंगलवार दोपहर तक उनका पार्थिव शरीर गांव में आने की संभावना है। यहीं पर उनका पार्थिव शरीर सुपुर्दे खाक किया जाएगा।;

Update: 2022-09-19 08:44 GMT

हरिभूमि न्यूज.यमुनानगर

यमुनानगर के साढौरा क्षेत्र के गांव कल्याणपुर निवासी नूर हुसैन (45) छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हो गए। वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स में तैनात थे। उनके शहीद होने का पता लगते ही क्षेत्र के लोग गांव कल्याणपुर में पहुंचने शुरू हो गए हैं।मंगलवार दोपहर तक उनका पार्थिव शरीर गांव में आने की संभावना है। यहीं पर उनका पार्थिव शरीर सुपुर्दे खाक किया जाएगा।

शहीद नूर हुसैन के पास दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी की उन्होंने शादी कर दी है। जबकि बेटा मोईन 14 वर्ष का है। जो इस समय 12वीं में पढ़ रहा है। वर्ष 1996 में वह सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। इस समय उनकी ड्यूटी छत्तीसगढ़ के डीजापुर में थी। वहीं पर नक्सली हमले में गोली लगने से वह शहीद हो गए। गत फरवरी माह में नूर हुसैन ने बेटी की शादी की थी। उस समय उनकी ड्यूटी श्रीनगर में चल रही थी। वह छुट्टी पर घर आ गए थे। इसके बाद उनकी बटालियन को छत्तीसगढ़ में तैनात कर दिया था। जिस पर वह चार सितंबर को सीधा छत्तीसगढ़ में बटालियन में पहुंच गए थे। इसके बाद से ही वहीं पर ड्यूटी चल रही थी। अब गोली लगने से उनके शहीद होने का पता लगते ही परिवार में शोक का माहौल है। उसकी पत्नी बिलकिश का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं आसपास के लोग भी परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। स्वजनों ने बताया कि बात हुई थी। वहां से नूर हुसैन का पार्थिव शरीर लेकर चले हुए हैं।



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