बर्फबारी और खराब मौसम के चलते 10 ट्रैकर्स की मौत, किन्नौर प्रशासन ने ट्रैकिंग पर लगाई रोक
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पर्यटक (Tourist) घूमने के लिए तो जाते ही हैं लेकिन कुछ पर्यटक ऐसे होते है जो ट्रैकिंग के दिवाने होते हैं। वे ऊंचे पहाड़ों पर ट्रैकिंग (tracking) के लिए जाना पसंद करते हैं। बता दें कि पिछले 7 दिनों के अंदर 10 ट्रैकर्स की मौत हो गई है।;
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पर्यटक (Tourist) घूमने के लिए तो जाते ही हैं लेकिन कुछ पर्यटक ऐसे होते है जो ट्रैकिंग के दिवाने होते हैं। वे ऊंचे पहाड़ों पर ट्रैकिंग (tracking) के लिए जाना पसंद करते हैं। बता दें कि पिछले 7 दिनों के अंदर 10 ट्रैकर्स की मौत हो गई है। वहीं दो ट्रैकर (tracker) का अभी कुछ अतापता नहीं चला है। 10 ट्रैकर्स की मौत के बाद किन्नौर प्रसाशन (Kannauj Administration) ने ट्रैकिंग पर लोक लगा दी है। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने ट्रैकिंग पर पाबंदी से संबंधित आदेश जारी कर दिए हैं। अगर कोई आदेशों पर अमल नहीं करेगा उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उपायुक्त अपूर्व देवगन ने अपने आदेश में कहा कि अब किन्नौर जिले में किसी भी तरह की ट्रैकिंग गतिविधियों का आयोजन नहीं होगा। लगातार बिगड़ रहे मौसम और बर्फबारी और मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद लोग ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने से परहेज नहीं कर रहे। प्रशासन के अलर्ट के बावजूद भी पर्यटक मानने को तैयार नहीं हैं जिसकी वजह से हादसे हो रहे हैं। लोगों के लापरवाह रवैये को देखते हुए ही किन्नौर प्रशासन ने यह फैसला लिया है। अब जब तक किन्नौर प्रशासन इस पर आगामी आदेश जारी नहीं करेगा जब तक ट्रैकिंग पर पावंदी रहेगी।
आपको बता दें कि किन्नौर सैलानियों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। यहां पर भारी संख्या में पर्यटक पहूंचते हैं। पिछले कुछ दिनों में हुआ भी कुछ ऐसा ही, पर्यटक उम्मीद के हिसाब से यहां पर पहुंचे भी लेकिन अचानक मौसम खराब होने के कारण ट्रैकिंग पर गए 10 पर्यटकों की मौत हो गई। बता दें कि उत्तराखंड के हर्षिल से चितकुल आने वाले सैलानियों के पास अनुमति थी। लेकिन कई बार पर्यटक बिना अनुमति के ही ट्रैकिंग के लिए किन्नौर पहुंचते हैं। प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं होने पर ये खराब मौसम का शिकार हो जाते हैं।