लोगों में कोरोना का डर: कालका-शिमला ट्रैक पर नहीं मिल रहे यात्री
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कोरोना महामारी के चलते सारे धंधे बंद होने की कगार पर हैं। वहीं कोरोना काल में विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला रेलवे लाइन (Kalka-Shimla Railway Line) पर चल रही एकमात्र ट्रेन को भी यात्री नहीं मिल रहे हैं।;
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कोरोना महामारी के चलते सारे धंधे बंद होने की कगार पर हैं। वहीं कोरोना काल में विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला रेलवे लाइन (Kalka-Shimla Railway Line) पर चल रही एकमात्र ट्रेन को भी यात्री नहीं मिल रहे हैं। स्पेशल ट्रेन 50 फीसदी से भी कम ऑक्यूपेंसी पर चल रही है। पिछले 7 दिनों में 188 यात्रियों की क्षमता वाली इस गाड़ी में कालका से न्यूनतम 16 और अधिकतम 55 यात्री (passenger) ही शिमला पहुंचे हैं।
आपको बता दें कि कालका-शिमला स्पेशल 04529 अप और 04530 डाउन ट्रेन में यात्रियों की संख्या बहुत कम है। बावजूद इसके यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे (Railway) इस गाड़ी का संचालन कर रहा है। विस्ताडोम कोच सहित कुल 7 डिब्बों के साथ चल रही इस गाड़ी में 24 यात्रियों की क्षमता वाला प्रथम श्रेणी का एक कोच, 35 यात्रियों की क्षमता वाला एक विस्ताडोम कोच और द्वितीय श्रेणी के दो कोच के साथ एक मेल कोच संचालित किया जा रहा है।
कोरोना के मामले बढ़ने के बाद चरणबद्ध तरीके से रेलवे ने कालका और शिमला के बीच चलने वाली पांच गाडि़यों में से चार गाडि़यों का संचालन बंद कर दिया है जिनमें रेल मोटर कार भी शामिल है। शिमला पहुंचते ही सैनिटाइज की जा रही ट्रेन कालका शिमला स्पेशल ट्रेन में भले ही यात्रियों की संख्या इन दिनों कम है लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पूरी एहतियात बरती जा रही है।
रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद गाड़ी को भीतर और बाहर से पूरी तरह सैनिटाइजेशन के बाद यार्ड पर पहुंचाया जा रहा है। शिमला से कालका पहुंचने के बाद भी कालका रेलवेद स्टेशन पर गाड़ी को पूरी तरह सैनिटाइज किया जा रहा है।