पेंशनरों की एक दिन की पेंशन काटेगी सरकार, ये है बड़ी वजह

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कोविड फंड के लिए जहां सरकार (Government) ने मंत्रियों का वेतन (Selary) काटने का निर्णय लिया है, वहीं कर्मचारियों के बाद अब पेंशनरों की पेंशन से भी कटौती का निर्णय लिया है।;

Update: 2021-04-25 14:22 GMT

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कोविड फंड के लिए जहां सरकार (Government) ने मंत्रियों का वेतन (Selary) काटने का निर्णय लिया है, वहीं कर्मचारियों के बाद अब पेंशनरों की पेंशन से भी कटौती का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। पेंशनरों की बेसिक पेंशन से एक दिन की पेंशन कटेगी और यह राशि कोविड फंड (Covid Fund) में शुमार की जाएगी, ताकि जरूरतमंद लोगों की मदद में वो राशि काम आ सके।

हालांकि जहां कर्मचारी वर्ग इस जबरन कटौती का विरोध करने लगे हैं, वहीं पेंशनरों में भी इसका विरोध है। सरकार ने पारिवारिक पेंशन लेने वाले परिवारों की भी बेसिक पेंशन से एक दिन की पेंशन काटने का निर्णय लिया है। प्रदेश में सभी तरह के पेंशनरों की संख्या दो लाख से ज्यादा की बताई जाती है, जिनकी पेंशन से एक दिन की कटौती कर राशि कोविड फंड में जमा होगी। पिछले साल भी ऐसे ही कटौती की गई थी, जिसके बाद कोविड के खिलाफ चल रही जंग में वह पैसा काम आया। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी की ओर से यह आदेश जारी हुए हैं।

सोलन में कारोबार पर असर

सरकार के आदेशों के बाद शनिवार को बाज़ार बंद का विपरीत असर कारोबार पड़ा है। सोलन जिला में ही एक दिन के भीतर ही करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। बंद के चलते सोलन शहर सहित जिला के अन्य क्षेत्रों में थोक व परचून दुकानदारों का कारोबार ठप रहा और यही सिलसिला रविवार को भी रहने वाला है। जिला में न केवल परचून व बल्कि थोक के सैकड़ों व्यापारी हैं, जहां प्रतिदिन करोड़ों रुपए का लेन-देन होता है।

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