कांगड़ा नूरपुर फोरलेन हाईवे का जल्द शुरू होगा कार्य, अब मिलेगा लोगों को मुआवजा

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा उपमंडल के नूरपुर के तहत बन रहे फोरलेन हाईवे का काम काफी समय से ठंडे बस्ते में पड़ा था। आपको बताते चलें कि अब राष्ट्रीय उच्च मार्ग नंबर-154 पर बनने वाले प्रस्तावित फोरलेन के निर्माण को लेकर प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है।;

Update: 2020-12-21 05:50 GMT

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा उपमंडल के नूरपुर के तहत बन रहे फोरलेन हाईवे का काम काफी समय से ठंडे बस्ते में पड़ा था। आपको बताते चलें कि अब राष्ट्रीय उच्च मार्ग नंबर-154 पर बनने वाले प्रस्तावित फोरलेन के निर्माण को लेकर प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। अगर सबकुछ सामान्य चलता रहा तो प्रशासन अगले माह प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है। अब सरकार के दिशा-निर्देश पर इसके निर्माण को लेकर भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है, जिस पर प्रशासन तेजी से कार्य करने में जुट गया है।

गौरतलब है कि उपमंडल नूरपुर के तहत कंडवाल से लेकर जौंटा तक लगभग 31 किलोमीटर लंबा फोरलेन बनना प्रस्तावित था और प्रशासन ने इस बारे में प्रक्रिया शुरू की थी और इसमें बनने वाले फोरलेन सड़क मार्ग के बारे में रूपरेखा बना कर थ्रीडी तक का कार्य किया था, परंतु कुछ समय पहले इसकी प्रक्रिया रुक सी गई थी, जो अब फिर शुरू हो गई है और इस महत्त्वाकांक्षी सड़क परियोजना के जल्द पूरा होने की आस बंधी है। बताया जा रहा है कि इसमें 11 पटवार वृत्तों के 31 गांवों के करीब 3781 लोग प्रभावित होंगे।

इन 11 पटवार वृत्तों की जमीन आएगी

अरसे से अटके फोरलेन प्रोजेक्ट को लेकर विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है। इस फोरलेन सड़क मार्ग में 11 पटवार वृत्तों की जमीन आएगी। बताया जा रहा है कि इनमें पटवार वृत्त कंडवाल, बाग राजा, छतरोली, जाच्छ, नूरपुर-एक, नूरपुर-दो, गेही-लगोड़, नागनी, भडवार, ख़ैरियां व जौंटा शामिल हैं। इसमें 31 महाल (गांव) की लगभग 62 हेक्टेयर जमीन आएगी और लगभग 3781 लोग प्रभावित होंगे। इस प्रक्रिया में 19 सरकारी इमारतें और लगभग 933 निजी इमारतें प्रभावित होंगी। इनमें दुकानें, काऊशेड, इमारतें, भवनों की पक्की चारदीवारियां व पक्की फेंसिंग आदि भी शामिल हैं।

लोगों के खाते में डाली जाएगी धनराशि

विभिन्न चरणों में होने वाले इस काम के लिए प्रशासन थ्री-ए से लेकर थ्री-डी का कार्य पूर्ण कर चुका है और अब फोरलेन बनने के बारे में अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। अब प्रशासन द्वारा थ्री-जी की प्रक्रिया पूर्ण किए जाने के बाद प्रभावित लोगों के अकाउंट में पैसा डालने की प्रक्रिया होगी। एसडीएम नूरपुर डा. सुरिंद्र ठाकुर ने बताया कि नूरपुर में भूमि अधिग्रहण का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और सबंधित टीमें इस बारे में असेस्मेंट का कार्य कर रही हैं। 

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