कुल्लू में बादल फटने से व्यास नदी का जलस्तर बढ़ा, इस साल कुल्लू में बादल फटने की यह दूसरी घटना
हिमाचल में लगातार भारी बारिश हो रही है। आज प्रदेश के कुल्लू जिले की ऊझी घाटी के नग्गर के पास बादल फट गया। इससे छाकी नाला में बाढ़ आ गई। हालांकि जिला मुख्यालय कुल्लू व इसके आसपास के इलाकों में बारिश नहीं हुई।;
हिमाचल में लगातार भारी बारिश हो रही है। आज प्रदेश के कुल्लू जिले की ऊझी घाटी के नग्गर के पास बादल फट गया। इससे छाकी नाला में बाढ़ आ गई। हालांकि जिला मुख्यालय कुल्लू व इसके आसपास के इलाकों में बारिश नहीं हुई। छाकीनाला में आई बाढ़ से नाले के आसपास रहने वाले लोगों में अफरातफरी मच गई। बाढ़ का पानी चट्टानों के साथ विशालकाय पेड़ों को भी बहाकर ले गया। बादल फटने के बाद व्यास नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। बादल फटने की घटना से लोगों की जमीन व वनभूमि को भी नुकसान पहुंचा है। इस साल बरसात में जिला कुल्लू में दूसरी बाद बादल फटा है। इसे पहले शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गांव कन्याल नाले में बादल फटा था। जिसमें सड़कों व पेयजल स्कीमों को नुकसान पहुंचा था।
उधर, जिला कुल्लू के बाह्य सराज का जलोड़ी दर्रा होकर गुजरने वाला औट-आनी-सैंज हाईवे-305 बुधवार को भूस्खलन से करीब 11 घंटे बंद रहा। इसके चलते दोपहर बाद धामन बैली ब्रिज की प्लेटें उखड़ने से यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया है। दोनों तरफ से निगम की बसों के साथ कई वाहन फंसे रहे। हालांकि आज पुल की प्लेटें बदली जाएंगी। एनएच ने 27 अगस्त तक के लिए पुल से होकर आवाजाही पर रोक लगा दी है। ऐसे में औट-आनी-सैंज हाईवे पर सैकड़ों लोगों को सुबह से शाम तक परेशान होना पड़ा। उल्लेखनीय है कि मंगलवार देर रात दो बजे बारिश के चलते सोझा के पास हुए भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध होने से दोनों तरफ से करीब 200 वाहनों की लंबी कतार लगी रही। इसमें जलोड़ी दर्रा होकर आरपार होने वाली निगम की दो बसों के साथ दो निजी बसें भी घंटों तक फंसी रही। ऐसे में सैकड़ों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि मलबा अधिक नहीं था। इसके बावजूद एनएच अथॉरिटी को हाईवे को बहाल करने में घंटों का समय लगा।