जल्द शुरू हाेगा पठानकोट-मंडी फोरलेन का निर्माण कार्य, नए एस्टीमेट तैयार कर केंद्र को भेजे
नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की अति महत्त्वाकांक्षी परियोजना पठानकोट-मंडी फोरलेन का निर्माण जल्द शुरू होगा। देश की सुरक्षा व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस मार्ग का निर्माण अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।;
नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की अति महत्त्वाकांक्षी परियोजना पठानकोट-मंडी फोरलेन का निर्माण जल्द शुरू होगा। देश की सुरक्षा व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस मार्ग का निर्माण अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इस मार्ग के निर्माण कार्य को जल्द शुरू किए जाने के लिए संबंधित विभाग ने नए एस्टीमेट तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दिए हैं। अब लगभग एक या दो महीने के अंतराल में इस महत्त्वपूर्ण परियोजना के पहले चरण की भू-अधिग्रहण प्रक्रिया जहां शुरू होगी, वहीं इसके टेंडर लगने की भी तैयारी हो गई है।
नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पालमपुर स्थित कार्यालय के जीएम कम परियोजना निदेशक कर्नल अनिल सेन ने बताया कि इस महत्त्वपूर्ण मार्ग के पहले चरण का कार्य हिमाचल के प्रवेश द्वार चक्की से स्यूणी तक लगभग 40 किलोमीटर तक शुरू किया जाएगा। इस मार्ग के बनने से पठानकोट से मंडी की दूरी जो लगभग 217 किलोमीटर है, वह घटकर 170 किलोमीटर तक रह जाएगी। लगभग दो घंटे का सफर कम हो जाएगा। पिछले वर्ष इस मार्ग के निर्माण हेतु जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, लेकिन जून में इसे रोक दिया गया था। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस परियोजना में देरी हुई है।
कारखानों को मिलेगा फायदा
कर्नल अनिल सेन कहते हैं कि इस महत्त्वपूर्ण मार्ग के बनने से गुम्मा व द्रंग में बंद पड़े नमक के कारखानों को लाभ पहुंचेगा। भारी मशीनरी इन कारखानों तक पहुंच सकेगी। इसके अतिरिक्त बीलिंग में होने वाली पैराग्लाइडिंग की इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं के लिए लोग भारी मात्रा में पहुंचेंगे तथा पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। कर्नल अनिल सेन भारतीय सेना से डेपुटेशन के तहत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पालमपुर कार्यालय में जनरल मैनेजर कम परियोजना निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला है।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से यह पद खाली था। इनके पदभार संभालने के बाद पठानकोट-मंडी फोरलेन हाई-वे के निर्माण को लेकर हलचल शुरू हो गई है। इनका कहना है कि देश की सुरक्षा व पर्यटन की दृष्टि से इस मार्ग का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। फोरलेन, हाई-वे के निर्माण व गगल एयरपोर्ट के विस्तार के बाद पर्यटक चंडीगढ़ या दिल्ली हवाई अड्डे में उतरने के स्थान पर सीधे गगल हवाई अड्डे में ही उतरेगा तथा मनाली व अन्य हिल स्टेशन के लिए बाई रोड रवाना होगा।