हिमाचल में सेब के दामों में गिरावट, बागवानों को सताने लगी चिंता

हिमाचल के किन्नौरी सेब के दाम लुढ़क गए हैं। अगस्त में प्रति पेटी दाम 33 सौ रुपये तक मिल रहे थे। सितंबर में यह दाम 2100 रुपये तक पहुंच गए हैं। किन्नौर जिले के कल्पा, निचार और पूह के निचले क्षेत्रों से अब तक 1 लाख 6 हजार 85 सेब की पेटियां देश की विभिन्न मंडियों में भेजी जा चुकी हैं।;

Update: 2020-09-09 12:38 GMT

हिमाचल के किन्नौरी सेब के दाम लुढ़क गए हैं। अगस्त में प्रति पेटी दाम 33 सौ रुपये तक मिल रहे थे। सितंबर में यह दाम 2100 रुपये तक पहुंच गए हैं। किन्नौर जिले के कल्पा, निचार और पूह के निचले क्षेत्रों से अब तक 1 लाख 6 हजार 85 सेब की पेटियां देश की विभिन्न मंडियों में भेजी जा चुकी हैं। अगस्त माह में किन्नौर के बागवानों को प्रति पेटी अधिकतम दाम 3300 तक मिले हैं। सितंबर माह में बागवानों को प्रति पेटी के 2100 तक दाम मिल रहे हैं। ऐसे में जिले के बागवानों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि वे सेब सीधे बेचें या फिर स्टोर करें। 

जिले के बागवान सत्यजीत नेगी ने 13 अगस्त को सकारलैट किस्म की प्रति पेटी 3300 रुपये के हिसाब से नारकंडा मंडी में बेची है। अब बागवानों को इतने दाम नहीं मिल रहे हैं। बागवान राकेश नेगी, भुवनेश्वर नेगी, वीरेंद्र सिंह नेगी, मनोज नेगी, डीजी नेगी ने कहा कि बागवानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। जिले के निचार खंड से 76558, कल्पा खंड से 27478, जबकि पूह खंड से 2049 सेब की पेटियां शिमला जिले के रतनपुर, बिथल, सैंज, मतियाना, नारकंडा, खेकसू, लाफूघाटी, शिमला, सोलन, चंडीगढ़, दिल्ली, मुंबई, परवाणु सहित देश की विभिन्न मंडियों में भेजी गई हैं। उपनिदेशक उद्यान विभाग किन्नौर डॉ. हेमचंद शर्मा ने कहा कि इस वर्ष अब तक जिले से एक लाख पेटियां भेजी जा चुकी हैं। जिले में इस वर्ष 32 लाख से अधिक सेब पेटियां उत्पादन होने की उम्मीद है।


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