किसान आंदोलन की वजह से एचआरटीसी की बसें दिल्ली जाना हुईं बंद, यात्री परेशान
किसान आंदोलन के चलते हिमाचल परिवहन निगम ने हिमाचल से दिल्ली जाने वाली सभी बसों को दिल्ली भेजने के लिए मना कर दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना की मार झेल रहा था कि अब किसान आंदोलन की वजह से जिन रूटों पर बसें चल रही थी वो रूट्स भी सरकार को बंद करने पड़े हैं।;
किसान आंदोलन के चलते हिमाचल परिवहन निगम ने हिमाचल से दिल्ली जाने वाली सभी बसों को दिल्ली भेजने के लिए मना कर दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना की मार झेल रहा था कि अब किसान आंदोलन की वजह से जिन रूटों पर बसें चल रही थी वो रूट्स भी सरकार को बंद करने पड़े हैं। राज्य में भी 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के चलते निगम ने कई रूट मर्ज कर दिए हैं। निजी बस ऑपरेटरों ने कई रूटों पर बसें चलाना बंद भी कर दिया है।
कई रूटों पर बसें बंद करने का कारण बसों में 50 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी के अलावा सरकार की ओर से टैक्स माफ न किया जाना सबसे बड़ा कारण रहा है। हिमाचल पथ परिवहन निगम के दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के सभी रूट फायदे वाले हैं। इन रूटों पर परिवहन निगम की अभी सौ से अधिक बसें चलाई जा रही हैं लेकिन कोरोना और किसान आंदोलन की मार परिवहन निगम पर भारी पड़ रही है। निगम का मानना है कि अगर यही हाल रहा तो कर्मचारियों को तनख्वाह तो दूर वर्कशॉप में उपकरण खरीदने के भी लाले पड़ जाएंगे।
आपको बताते चलें कि परिवहन निगम के 2900 रूट हैं। जब से राज्य में कोरोना फैला है, निगम ने 1800 रूटों पर ही बसें चलाई हैं। किसान आंदोलन के चलते अब और रूट बंद करने पड़े हैं। उधर, निजी बस ऑपरेटरों ने सरकार को 15 दिन का समय दिया है। निजी बस संचालक बसों का टेक्स मांफ करने की मांग कर रहे हैं।