शिमला की भट्टाकुफर फल मंडी में लैंडस्लाइड, लोगों में मची अफरा-तफरी
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण पहाड़ों के दरकने का सिलसिला नहीं रूक रहा है। राजधानी शिमला के भट्ठाफुकर इलके में सोमवार को फल मंडी पर भूस्खलन हुआ। गनीमत की बात है कि ये हादसा उस समय हुआ, जब फल मंडी में कोई मौजूद नहीं था।;
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण पहाड़ों के दरकने का सिलसिला नहीं रूक रहा है। राजधानी शिमला के भट्ठाफुकर इलके में सोमवार को फल मंडी पर भूस्खलन हुआ। गनीमत की बात है कि ये हादसा उस समय हुआ, जब फल मंडी में कोई मौजूद नहीं था। बता दें कि फल मंडी के पीछे की पहाड़ी दरकी और कई सेब की पेटियां मलबे के नीचे दब गई। मौके पर मौजूद लोगों भूस्खलन होने का पहले ही अंदेशा हो गया था। वहीं लोगों ने भूस्खलन का लाइव वीडीयो अपने मोबाइल के कैमरों में कैद कर लिया। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भूस्खलन हो चुका है।
बता दें कि मौसम विभाग की तरफ से प्रदेश में पहले से ज्यादा बारिश होने की संभावना जताई गई है। हिमाचल के कई जिलों में 21 जुलाई तक येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश की चेतावनी का देखते हुए हिमाचल सरकार ने प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों के डीसी को मानसून से होने वाली आपदा से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
हिमाचल के लिए आने वाला एक सप्ताह भारी रहने वाला है। 20 और 21 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट है। किन्नौर औऱ लाहौल स्पीति को छोड़ कर पूरे प्रदेश यानी दस जिलों में भारी बारिश और तूफान आने की चेतावनी जारी की गई है। 23 जुलाई तक प्रदेश में लगातार मौसम खराब रहेगा। नदी-नालों में जल स्तर और बढ़ सकता है। इसके अलावा, भू स्खलन और पेड़ गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। लोगों को सावधान रहने के निर्देश दिए गए हैं।