हिमाचल के इस शहर में 16 अगस्त को मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस, जानिये क्या है इसकी वजह...

पूरे हिंदुस्तान में 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनाया जाएगा। लेकिन देश का एक ऐसा इलाका है, जहां 16 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी से तीस किलो मीटर दूर ठियोग। यहां पर 16 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।;

Update: 2020-08-12 11:09 GMT

पूरे हिंदुस्तान में 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनाया जाएगा। लेकिन देश का एक ऐसा इलाका है, जहां 16 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी से तीस किलो मीटर दूर ठियोग। यहां पर 16 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हिंदुस्तान में शिमला की ठियोग रियासत सबसे पहले राजाओं की सत्ता से आजाद हुई। आजाद भारत में जनता की चुनी हुई पहली सरकार 16 अगस्त 1947 को यहां बनी। बताया जाता है कि प्रजामंडल के सूरत राम प्रकाश ने ठियोग रियासत में आठ मंत्रियों के साथ बतौर प्रधानमंत्री सत्ता संभाली, तब से लेकर यहां स्वतंत्रता दिवस ठियोग उत्सव और जिला स्तरीय उत्सव 16 अगस्त को ही मनाया जाता है। गुरुवार को भी यहां कार्यक्रम मनाया जाएगा और हिमाचल के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

जानकारी के अनुसार, दरअसल, 15 अगस्त 1947 को ठियोग रियासत के राजा कर्मचंद के बासा महल के बाहर लोग जुटे। लोगों को विरोध को देखते हुए उन्हें राजगद्दी छोड़नी पड़ी। राजा कर्मचंद के बाद यहां लोकतंत्र की बहाली हुई और सूरत राम प्रकाश ने सत्ता संभाली। उनके साथ गृहमंत्री बुद्धिराम वर्मा, शिक्षा मंत्री सीताराम वर्मा और अन्य आठ लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली। मौजूदा समय भी ठियोग में रैहल दिवस पर पुराने मंत्रीमंडल के साथ आमंत्रण पत्र दिया जाता है और प्रशासन सरकारी तौर पर 16 अगस्त को यहां कार्यक्रम आयोजित करता है। हिमाचल के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि 15 और सोलह अगस्त को शिमला के ठियोग से प्रजामंडल आंदोलन शुरू हुआ था। इसके बाद भारत में लोकतंत्र की स्थापना हुई। सूरत राम को ठियोग रियासत का प्रधानमंत्री बनाया गया था। इसके बाद मंडी के सुंदरनगर में वहां के राजा के खिलाफ यह मूवमेंट शुरू हुआ।

Tags:    

Similar News