हिमाचल न्यूज: सीमा विवाद के चलते मंडी के व्यापारी ने चीनी कंपनी से तोड़ा 4.5 करोड़ का करार

लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की नापाक हरकत ने हर भारतीय को आग बबूला कर दिया है। आम आदमी से लेकर व्यापारी तक अपने लाभ-हानि की चिंता छोड़ चीन के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठा रहे हैं।;

Update: 2020-07-07 04:20 GMT

लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की नापाक हरकत ने हर भारतीय को आग बबूला कर दिया है। आम आदमी से लेकर व्यापारी तक अपने लाभ-हानि की चिंता छोड़ चीन के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठा रहे हैं। चीन के साथ जारी विवाद को लेकर मंडी जिला के नेरचौक के एक युवा व्यापारी अभिषेक मेहरा ने साहसिक कदम उठाया गया है। स्थानीय व्यापारी ने चीनी कंपनी से साढ़े 4 करोड़ रुपए का करार तोड़ दिया गया है।

सीएल मेहरा के नाम से मेहरा परिवार सन 1925 से मंडी जिला में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का कारोबार कर रहे हैं। इसके एमडी अभिषेक मेहरा भी पिछले 20 साल से हायर चाईनीज कंपनी के साथ कारोबार कर रहे हैं। अभिषेक ने इस चाईनीज कंपनी के साथ करोड़ों के व्यापार के करार को तोड़ते हुए कंपनी द्वारा दुकान में लगाया गया हायर का ग्लो साइन बोर्ड भी उतार फेंक दिया है।

विश्व हिंदू परिषद द्वारा चीनी सामान के बहिष्कार से प्रभावित होकर नेरचौक के व्यापारी ने चीन की मुख्य कंपनी के साथ कारोबार छोड़ दिया है। नेरचौक में सीएल मेहरा एंड संज के एमडी अभिषेक मेहरा ने कहा कि चीन सीमाओं पर भी लगातार अपनी नापाक हरकतों में लगा हुआ है, जिसके चलते हमें चीन से सभी प्रकार के व्यापारिक, सामाजिक व सांस्कृतिक संबंध तोड़ने चाहिए। उन्होंने कहा कि चाइना की हायर इंडिया कंपनी के साथ कार्य कर रहे थे, जिसका सालाना टर्नओवर साढ़े 4 करोड़ रुपए है। उन्होंने कंपनी को इस संबंध में लेटर भेज दिया है।

कंपनी ने तर्क दिया कि वह इंडिया में कार्य कर रही है तथा इंडिया में ही पैसा लगा रही है, लेकिन अभिषेक मेहरा ने कहा कि आपकी इन्फॉर्मेशन के तहत ही उन्हें जानकारी है। उनके सीईओ अब भी चाइनीज हैं तथा ऐसे में अगर वह आपके साथ काम करते हैं तो उनको भारतीय होने पर लानत है। अभिषेक मेहरा ने विश्व हिंदू परिषद प्रांतध्यक्ष लेखराज राणा, प्रांत विशेष संपर्क प्रमुख गोविंद ठाकुर व बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी के सामने दस्तावेज दिखाए तथा चीन की कंपनी का ग्लो साइन बोर्ड उठाकर फैंक दिया।


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