Shimla Apple Season: हिमाचल परिवहन की पहली बस 22 नेपाली मजदूरों को लेकर कोटखाई पहुंची

बगीचों में काम करने वाले नेपाली श्रमिकों को टनकपुर बॉर्डर से लाने की प्रक्रिया जयराम सरकार ने शुरू कर दी है। हिमाचल परिवहन के सोलन डिपो की पहली बस टनकपुर बॉर्डर से 22 नेपाली मजदूरों को लेकर शिमला जिले के कोटखाई पहुंच गई।;

Update: 2020-07-13 06:12 GMT

हिमाचल में सेब सीजन के लिए नेपाल से श्रमिक लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार के निर्देश पर सेब उत्पादक क्षेत्रों में जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। सेब सीजन में मजदूरों की किल्लत से जूझ रहे प्रदेश के हजारों बागवानों के लिए राहत भरी खबर है। बगीचों में काम करने वाले नेपाली श्रमिकों को टनकपुर बॉर्डर से लाने की प्रक्रिया जयराम सरकार ने शुरू कर दी है। हिमाचल परिवहन के सोलन डिपो की पहली बस टनकपुर बॉर्डर से 22 नेपाली मजदूरों को लेकर शिमला जिले के कोटखाई पहुंच गई।  

नेपाली मजदूरों को लाने के इच्छुक बागवानों को संबंधित उपमंडल अधिकारी (एसडीएम) को सूचित करना होगा। एसडीएम मजदूरों को लाने के लिए परमिट जारी करेंगे। पहुंचने के बाद मजदूरों को 14 दिन बगीचे में ही क्वारंटीन किया जाएगा। इस दौरान मजदूर बगीचे में काम भी कर सकेंगे, लेकिन उन्हें सार्वजनिक जगहों पर जाने की इजाजत नहीं होगी। मजदूरों को लाने के लिए बसें नेपाल बॉर्डर टनकपुर तक भेजने में पूरी एहतियात बरती जाएगी।

बसों को रवाना करने से पहले पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा। ड्राइवर और कंडक्टर को सैनिटाइजर, मास्क, ग्लव्ज, फेस शील्ड उपलब्ध करवाए जाएंगे। ड्राइवर और कंडक्टर को मजदूरों के संपर्क में भी नहीं आना होगा। एचआरटीसी शिमला के मंडलीय प्रबंधक दलजीत सिंह का कहना है कि प्रशासन के निर्देशों पर यदि मजदूरों को टनकपुर से लाने के लिए डिमांड आती है, तो बसें उपलब्ध करवाई जाएंगी। एक बस टनकपुर भेजी गई थी जो मजदूरों को लेकर लौट आई है।


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