एजुकेटेड परिवार के 13 वर्षीय बच्चे को भीख मांगने की आदत, खुलासा हुआ तो चौंक गया परिवार

- चाइल्ड लाइन को हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचना मिलने पर बच्चे को किया रेस्क्यू, काउंसलिंग जारी;

Update: 2021-12-07 16:37 GMT

भोपाल। एक एजुकेटेड परिवार का 13 साल का बच्चा गेमिंग, शॉपिंग और सिगरेट के लिए भीख मांगने की आदत का शिकार हो गया। जब परिवार को इसकी खबर लगी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्हे इस बात की जरा भी भनक नहीं थी कि बच्चा उनके जॉब पर जाने के बाद घर से निकल जाता है। ना कभी उन्होंने इस बात पर गौर किया कि बच्चे के पास कौन सी नई चीजें हैं, जो उन्होंने खरीद कर नहीं दी है। हाल ही में यह मामला एक जागरूक नागरिक की सतर्कता के चलते सिटी चाइल्ड के पास पहुंचा है। जहां 13 वर्षीय बच्चे की भीख मांगने की हैबिट का खुलासा हुआ है।

दरअसल, मामला बागसेवनियां क्षेत्र का है। जहां एक जागरूक नागरिक ने चाइल्ड लाइन को हेल्पलाइन नंबर 1098 पर कॉल कर इस 13 वर्षीय बच्चे की जानकारी दी। उन्होने चाइल्ड लाइन को बताया कि बच्चा लगभग रोज भीख मांगता नजर आता है। बच्चे के बिहेवियर और उसकी बोल-चाल से कॉलर को संदेह हुआ कि वह किसी एजुकेटेड परिवार से जुड़ा है। यही नहीं कॉलर ने जब गौर किया तो देखा कि बच्चा भीख के पैसों का इस्तेमाल गेमिंग, शॉपिंग और सिगरेट आदि खरीदने में कर रहा है। जिसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल बच्चे को रेस्क्यू किया।

काउंसलिंग में हुआ खुलासा :

मामले में जब बच्चे से टीम ने बात की तो वह पहले तरह-तरह की कहानी बताता रहा। लेकिन लगातार काउंसलिंग के बाद, बच्चे ने माता-पिता के बारे में जानकारी दे दी। जिसे सुनकर टीम भी चौंक गई। काउंसलिंग में सामने आया कि असल में बच्चे के अभिभावक एजुकेशन फील्ड से संबंधित हैं और अच्छी लाइफ स्टाइल जीते हैं।

परिजन को सौंपा

सिटी चाइल्ड लाइन ने काउंसलिंंग के बाद बच्चे को परिवार को सौंप दिया गया है। काउंसलिंग के दौरान जब पेरेंट्स को बच्चे की आदत की जानकारी लगी तो वह हैरत में पड़ गए। इस दौरान बच्चे के साथ-साथ पेरेंट्स की भी काउंसलिंग कर बच्चे के बिहेवियर में बदलाव के लिए उन्हें गाइड किया गया। काउंसलिंग के दौरान चाइल्ड लाइन ने अभिभावकों को समझाइश दी कि बच्चे से संवाद बनाए रखें। उनकी जासूसी ना करें, लेकिन बच्चे के बिहेवियर पर नजर जरूर रखें। मामले में पेरेंट्स ने माना कि उनसे चूक हुई है और आगे वह बच्चे का पूरी तरह ध्यान रखेंगे। साथ ही मामले में चाइल्ड लाइन लगातार बच्चे का फॉलोअप कर रही है ताकि बच्चे की इस हैबिट को बदला जा सके।

राजगढ़ से भोपाल पहुंचा किशोर परिजन को सौंपा :

एक अन्य मामले में राजगढ़ क्षेत्र से आए 15 वर्षीय किशोर को सीडब्ल्यूसी के आदेश पर उसके परिवार को सौंपा गया। किशोर मिसरोद थाने के माध्यम से चाइल्ड लाइन के पास पहुंचा था। काउंसलिंग में बच्चे ने बताया कि पिता की डांट की वजह से वह घर से निकल कर भोपाल आ गया था।



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