BU Bhopal : कई यूजी, पीजी और डिप्लोमा कोर्सेस में नहीं हुए एडमिशन, कुछ बंद होने के कगार पर
स्नातक, स्नात्कोत्तर और डिप्लोमा कोर्सेस में प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी होने जा रही है, लेकिन अब भी यूजी और पीजी के साथ कुछ डिप्लोमा कोर्सेस में एक भी प्रवेश नहीं होने से ऐसे कोर्स अब बंद होने के कगार पर आ गए हैं।;
भोपाल। स्नातक, स्नात्कोत्तर और डिप्लोमा कोर्सेस में प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी होने जा रही है, लेकिन अब भी यूजी और पीजी के साथ कुछ डिप्लोमा कोर्सेस में एक भी प्रवेश नहीं होने से ऐसे कोर्स अब बंद होने के कगार पर आ गए हैं। कई ऐसे कोर्स भी हैं, जिनमें पिछले 2 से 3 साल से ही प्रवेश काफी कम हो रहे हैं। सबसे अधिक प्रवेश विवि के विधि विभाग के तहत संचालित पाठ्यक्रमों में हो रहे हैं। विधि विभाग के बीएएलएलबी और एलएलएम की सीटों पर प्रवेश लेने के लिए 600 के करीब आवेदन आए हैं। बीएएलएलबी और एलएलएम को मिलाकर करीब 70 सीटों पर प्रवेश होना बताया गया है। विवि में यूजी के लगभग 16 और पीजी के तीन दर्जन से अधिक पाठ्यक्रमों में सीयूईटी के तहत प्रवेश दिए जा रहे हैं, लेकिन अब भी 40 फीसदी के करीब सीटें खाली बताई जा रही हैं।
बीयू के बीएड विभाग में भी समस्या बरकरार
बीयू के बीएड विभाग में भी प्रवेश को लेकर समस्याएं बनी हुई हैं। एनसीटीई के तहत भी विद्यार्थी लगभग 10 से अधिक कोर्स में प्रवेश लेने में ज्यादा रुचि नहीं लेते दिख रहे हैं। विद्यार्थियों के पास प्रवेश लेने के लिए अब समय भी कम बचा है, लेकिन अभी भी आवेदनों की संख्या में कोई विशेष बढ़ोतरी नहीं दिख रही है। बीयू को सभी कोर्स में 1924 सीटों पर प्रवेश लेने के लिए 2,338 आवेदन प्राप्त हुए हैं। अब तक 700 के करीब विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। अब भी 40 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली हैं। इधर, विभिन्न कोर्सेस में प्रवेश नहीं होने पर बीयू के कुलपति प्रो. एसके जैन ने जिन पाठ्यक्रम में एक भी प्रवेश नहीं हुआ है। उसकी जानकारी मंगाई है। चर्चाएं हैं कि ऐसे कुछ कोर्स बंद भी किए जा सकते हैं।
इन विभागों में नहीं हुए प्रवेश
बीयू के एमएससी एप्लाईड जियोलाजी, एमए इतिहास, एमए अरेबिक, एमए लिंग्जेस्टिक, एमएससी लिम्नोलाजी, एमएससी बायोलाजी में एक भी प्रवेश नहीं होना बताया गया है। कुछ कोर्स में तो पिछले तीन साल से ही एडमिशन नहीं हुए हैं। डिप्लोमा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, बायोलाजी, लिम्नोलाजी, बायोसेफ्टी एंड बायोसिक्युरिटी, मेडिकल लैब, मार्डन अरबिक लैंग्वेज, ईको टूरिज्म, एनिमल रिर्सोस मैनेजमेंट, प्लांट टीशू कल्चर, वर्मी कम्पोस्ट टेक्नोलाजी, मशरूम, रूरल डेवलपमेंट, वेब एंड ग्राफिक्स, मोबाइल एप्प डेवलपमेंट, बिजनेस इंटीलेजेंस, इलेक्ट्रनिक मीडिया, एनर्जी आडिट मैनेजमेंट और जैसे कोर्स में विद्यार्थियों का रुझान कम दिखाई दिया है। इस मामले में बीयू प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि विवि के कुछ पीजी और डिप्लोमा पाठ्यक्रम में तीन-चार सालों में कम प्रवेश हुए हैं। सभी से रिपोर्ट मांगी गई है। यह रिपोर्ट कुलपति जी को सौंपी जाएगी।