छत्तीसगढ़ के बाद अब मध्यप्रदेश में ये दो नेता बन सकते है डिप्टी सीएम?
इसी साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने है। जिनमें मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ भी शामिल है। बीते बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान की बैठक हुई जिसमें मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।;
MP Politics : इसी साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने है। जिनमें मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ भी शामिल है। बीते बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान की बैठक हुई जिसमें मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ सराकर में परिवर्तन
कांग्रेस आलाकमान की बैठक के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बना दिया। बता दें कि टीएस सिंहदेव बीते दिनों पार्टी से नाराज चल रहे थें। जिससे साफ संकेत मिलते है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद सिंहदेव को अहम पद दिया जा सकता हैं।
क्या MP में सिंधिया होंगे अगले डिप्टी सीएम?
छत्तीसगढ़ में हुए सियासी बदलाव के बाद अब मध्य प्रदेश में भी डिप्टी सीएम को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस की 15 महीने की सरकार गिराने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्या विधानसभा चुनाव से पहले डिप्टी बनाया जाएगा?
ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि जब महाराज सिंधिया भाजपा में आए थे उस समय उन्हें बतौर सीएम देखने की काफी मांगे भी उठी थीं। अब ऐस में चर्चा है कि क्या बीजेपी मध्यप्रेदश में फिर से सत्ता हांसिल करने के लिए सिंधिया को डिप्टी सीएम बनाएगी। बात यह भी है कि बीजेपी में सिंधिया का कद बढ़ता ही जा रहा है, इसके अलावा आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सिंधिया काफी एक्टिव है। वही कई कार्याक्रमों में पीएम मोदी के साथ सिंधिया देखे जा रहे है। ऐसे में संकेत मिलते है कि क्या महाराज प्रदेश के अगले डिप्टी सीएम होंगे?
मंत्री नरोत्तम हो सकते है अगले डिप्टी सीएम?
ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम भी चर्चा मंे बना हुआ है। नरोत्तम मिश्रा हमेशा सुर्खियों में बने रहते है। उनकी छवि एक हिंदुत्तव नेता के तौर पर मानी जाती है। इसके अलावा प्रदेश की राजनीति में उनका चेहरा बड़ा माना जाता है।
एक बात यह भी है कि महाराज सिंधिया के बीजेपी में बढ़ता कद और उनके समर्थकों को मिला मंत्री पद बीजेपी के कई नेताओं को रास नहीं आ रहा है, जिसका उदहाराण इन दिनों बीजेपी में मचे घमासन के तौर पर देखा जा रहा हैं। ऐसे में अगर सिंधिया को डिप्टी सीएम बनाया जाता है तो बीजेपी के कई खेमे नाराज हो सकते है, लेकिन ब्राह्मण वर्ग को साधने के लिए बीजेपी नरोत्तम मिश्रा को डिप्टी सीएम पद देने का जोखिम उठा सकती है।
फिलहाल प्रदेश की राजनीति में अब चर्चाएं होने लगी हैं कि क्या छत्तीसगढ़ की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी डिप्टी सीमए वाला फॉर्मूला अपनाया जा सकता है। और अगर होगा तो कौन सा चेहरा यहां सामने आता है यह देखना काफी दिलचस्प होगा।