शराब हुई महंगी, अब 13.67 फीसदी अधिक कीमत देना होगा
प्रदेश के 52 जिलों में देशी मदिरा प्रदाय व्यवस्था के लिए राज्य के 11 आसवकों से प्रति-पेटी थोक दरों पर हुआ विचार। पढ़िए पूरी खबर-;
भोपाल। मध्यप्रदेश में विदेशी के बाद अब देशी शराब भी मंहगी हो गई है। देशी शराब पीने वालों को अब प्रति सौ रुपए पर 13.67 फीसदी ज्यादा कीमत चुकाना होगा। पिछले दो सालों से देशी शराब की दरें रिवाइज नहीं हुई थी। इसे लेकर पहले चुनावी वर्ष होने की वजह से नहीं बढ़ाया गया। इसके बाद 2019 में भी दरें नहीं बढ़ाई गई। शुक्रवार को हुई मंत्रिपरिषद समिति ने देशी शराब की दरे 13.67 फीसदी बढ़ाने पर सहमति दे दी।
प्रदेश में विदेशी शराब ठेका होने के साथ ही मंहगी या सस्ती हो जाती है। अभी तक हालांकि सस्ती कभी नहीं हुई। किंतु देशी शराब की दरें सरकार तय करती है। इस तरह की शिकायतें अक्सर मिलती है कि शराब ठेकेदार मनमाने तरीके से कीमतें वसूल करते हैं। भोपाल में ही प्रिंट रेट से 20 रुपए से लेकर 30-40 रुपए तक ज्यादा कीमत में देशी शराब बिकती है। इसे लेकर कई बार शिकायतें हुई, किंतु आबकारी विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। अब हालांकि सरकार ने ही शराब की कीमत बढ़ा दी। इस बढ़ोतरी के बाद शराब की कीमतें और बढ़ जाएगी।
मंत्रिपरिषद समिति ने 10 मिनट में ले लिया फैसला
शुक्रवार को मंत्रालय में आबकारी मामलों में निर्णय लेने के लिए गठित मंत्रिपरिषद समिति की बैठक रखी गई थी। इस बैठक में वर्ष 2020-21 के लिए प्रदेश के 52 जिलों में देशी मदिरा प्रदाय व्यवस्था के लिए राज्य के 11 आसवकों से प्रति-पेटी थोक दरों पर विचार हुआ। इसमें 13.67 फीसदी बढ़ोतरी का निर्णय ले लिया गया। किसी भी मंत्री ने इस पर कोई विरोध नहीं जताया। सभी शराब की कीमत बढ़ोतरी पर सहमत थे। बैठक में वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री जगदीश देवड़ा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह तथा आदिम जाति कल्याण, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री कु. मीना सिंह उपस्थित थी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह और पशुपालन, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री प्रेमसिंह पटेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए।