दूसरे दिन भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला, 50 हजार बच्चों को नहीं मिला पोषण आहार

सोमवार से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गई प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की वजह से शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका हुआ है। ऐसे में जिले के पचास हजार से अधिक बच्चों को पोषण आहार भी नहीं मिल पा रहा है।;

Update: 2023-01-24 16:09 GMT

दूसरे दिन नीलम पार्कमें धरने पर डटी रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

भोपाल। सोमवार से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गई प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की वजह से शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका हुआ है। ऐसे में जिले के पचास हजार से अधिक बच्चों को पोषण आहार भी नहीं मिल पा रहा ह। पहले दिन कलेक्टोरेट में धरना प्रदर्शन करने के दूसरे दिन जहांगीराबाद स्थित नीलम पार्कमें पांच सौ से अधिक कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। यह धरना प्रदर्शन 28 जनवरी तक जारी रहेगा।

मध्यप्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रानी मालवीया ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं अपनी मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखेंगी। आंदोलन के दूसरे चरण में 23 से 28 जनवरी तक आंगनबाड़ी केंद्रों में तालाबंदी की गई है। अब 28 जनवरी तक नीलम पार्कमें धरना जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि सरकार लंबे समय से हमारी मांगों को नजरअंदाज कर रही है। इधर जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील सोलंकी ने अब तक बच्चों को पोषण आहार सप्लाई करने की वकल्पिक व्यवस्था नहीं की ह।

इन मांगों पर अड़ीं कार्यकर्ता

मालवीया ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित कर 15 सौ रुपए एरियर्स, कार्यकर्ताओं की सीधी भर्ती, कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को 25 हजार और 12 हजार 500 रुपए वेतन दिया जाए। इसके साथ आयुष्मान योजना में कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को शामिल करने, महिला बाल विकास विभाग के अतिरिक्त अन्य विभागों में ड्यूटी नहीं लगाने और नियमित होने तक रिटायरमेंट की प्रक्रिया को बंद करने की मांग रखी गई है। 

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