हथियारबंद ग्रामीणों ने वन अमले पर किया हमला, 11 नामजद समेत 30 लोगों पर FIR
सागवान की सिल्लियों से भरी बैलगाड़ी छुड़ाकर ले गए, रेंजर पर जानलेवा हमले का प्रयास, डिलीट वीडियो को रिकवर कर हुई पहचान। पढ़िए पूरी खबर-;
गुना। जिले के आरोन रेंज में वन अमले पर हमला करने का एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस बार सागौन की तस्करी के रोकने के दौरान वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई। घटना आरोन वन परिक्षेत्र के ग्राम कुश्मान मार्ग की है। हमला और मारपीट की घटना के बाद आरोन रेंजर सुधीर शर्मा ने एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें 11 लोगों को नामजद और 25 से 30 अज्ञात लोगों द्वारा वारदात को अंजाम दिए जाने की जानकारी दी गई है।
रेंजर ने बताया कि आरोपी पांच बैलगाडिय़ों में सागौन भरकर तस्करी करते हुए ले जा रहे थे। उनकी टीम ने जब तस्करों को रोका तो यह अपने साथियों के साथ पहुंचे और बैलगाडिय़ों को बलपूर्वक छुड़ाकर ले गए। इस झड़प के दौरान विभाग के ड्राइवर को चोटें भी आई हैं।
आरोन थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक वन विभाग के रेंजर सुधीर शर्मा शनिवार दोपहर लगभग एक से दो बजे के बीच कुश्मान गांव में पौधारोपण के प्रस्तावित वन भूमि का निरीक्षण करने के लिए गए थे। इसी दौरान रास्ते में उन्हें पांच बैलगाडिय़ां आती हुई दिखाईं। नजदीक आने पर पाया कि बैलगाडिय़ों में भारी मात्रा में सागवान की लकड़ी भरी हुई है, जिसे इस तरह ले जाना प्रतिबंधित किया गया है। वन विभाग के अधिकारियों को देखकर बैलगाडिय़ों पर सवार लोग वहां से भाग गए। रेंजर और उनका साथी अमला बैलगाडिय़ों में रखी सागवान की पड़ताल कर ही रहा था कि मौके से भागने वाले लोग अपने साथ 25 से 30 साथियों को लेकर पहुंच गए। इन सभी के हाथों में धारदार हथियार, डंडे आदि थे। इस भीड़ में शामिल कुछ आरोपियों ने रेंजर सुधीर शर्मा को जान से मारने का प्रयास किया, लेकिन वह बाल-बाल बच गए। एक आरोपी ने कुल्हाड़ी से वार किया, जो ड्राइवर जोवर के सिर के करीब आकर लगा। इस दौरान उसे गंभीर चोट आई है।
शिकायत में कहा गया है कि घटना का वीडियो बना रहे वन रक्षक निशांत जैन से कुछ लोगों ने झूमा-झटकी की और धमकी देते हुए वीडियो डिलीट कर दिया। इस वारदात के अंत में आरोपी वन अमले के कब्जे से पांचों बैलगाड़ी लेकर फरार हो गए।
वीडियो रिकवर करवाए, तब हुई पहचान
वारदात के दौरान किसी तरह संभलते हुए वन विभाग का अमला अपने मुख्यालय पहुंचा। इसके बाद सबसे पहले आरोपियों द्वारा डिलीट किए गए वीडियो रिकवर करवाए गए। वन विभाग के स्टाफ में शामिल कुछ वन रक्षकों ने इस हमले में शामिल 11 लोगों को पहचान लिया। जिनके आधार पर इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें 11 नामजद और 25 से 30 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में अपराध दर्ज होने के बाद आज पूरा फोर्स उस गाब में पहुंचा और कार्यवाही की, तब तक सभी आरोपी भाग निकले इसके बाद पुलिस ने बैलगाड़ी और सागवान जब्त कर ली।