आदिवासी परिवार पर धारदार हथियार से हमला, एक की मौत, दो घायल
आदिवासी परिवार का विवाद दीपावली पर्व के समय पड़ोस में रहने तिवारी परिवार से हो गया था और उसके बाद दोनों परिवार में तनातनी चल रही थी, मौका पाकर कर दिया हमला। पढ़िए पूरी खबर-;
दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले में एक आदिवासी परिवार पर पड़ोस के एक शख्स ने अपने बेटों के साथ मिलकर हमला कर दिया। इस खूनी संघर्ष में एक की मौत हो गई है, वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। बताया जा रहा है कि हमले की वजह 8 माह पहले हुआ मामूली विवाद था। वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मामला जबेरा पुलिस थाना की सिंग्रामपुर चौकी का है, जहां टगरा मोहल्ले में दोपहर को एक आदिवासी परिवार पर हमला कर दिया गया। इस हमले में जहां परिवार के मुखिया की मौत हो गई वहीं उसकी पत्नी व एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। जानकारी के मुताबिक ग्राम सिंग्रामपुर निवासी उजियार सिंह आदिवासी के परिवार का विवाद दीपावली पर्व के समय पड़ोस में रहने तिवारी परिवार से हो गया था और उसके बाद दोनों परिवार में तनातनी चल रही थी। आज दोपहर के समय जब उजियार सिंह अपने रिश्तेदार संजय सिंह के साथ खाना खा रहा था, तभी उमाशंकर तिवारी अपने तीन लड़कों के साथ धारदार हथियार लेकर पहुंच गया और इन पर हमला कर दिया।
कुल्हाड़ी का वार लगते ही उजियार सिंह वहीं जमीन पर गिर गया और उसकी मौत हो गई। वहीं बीच-बचाव करने आई उसकी पत्नी निशा ठाकुर व संजय सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी फरार हो गये। जानकारी लगते ही सिंग्रामपुर चौकी प्रभारी संजय सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे और घायलों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जबेरा पहुंचाया। इसके साथ ही जबेरा थाना प्रभारी इंद्रा सिंह, एसडीओपी अशोक चौरसिया भी मौका स्थल पहुंच गए और वहां पर अपनी जांच कार्रवाई शुरू की।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक डी आर तेनिवार सिंग्रामपुर के लिए रवाना हो गये है। पुलिस ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दो अन्य आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं। घटना के बाद ग्राम में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग सहमे हुए हैं। घायलों का इलाज जबेरा सामुदायिक केंद्र में जारी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 307, 302 34 का प्रकरण दर्ज किया है।