आयुष काउंसिलिंग- ऑल इंडिया कोटे की सीटों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, एक भी निजी कॉलेज को नहीं मिली मान्यता
प्रदेश के निजी और सरकारी आयुष कॉलेजों में ऑल इंडिया कोटे की सीटों में दाखिले के लिए पंजीयन की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई है। पांच दिसंबर से स्टेट कोटे की सीटों के लिए पंजीयन होने हैं। इसके बाद भी अभी तक एक भी निजी कॉलेज को मान्यता जारी नहीं की गई है।;
प्रदेश के निजी और सरकारी आयुष कॉलेजों में ऑल इंडिया कोटे की सीटों में दाखिले के लिए पंजीयन की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई है। पांच दिसंबर से स्टेट कोटे की सीटों के लिए पंजीयन होने हैं। इसके बाद भी अभी तक एक भी निजी कॉलेज को मान्यता जारी नहीं की गई है।
आयुर्वेद कॉलेजों की मान्यता सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (सीसीआइएम) और होम्योपैथी कॉलेजों की मान्यता सेंट्रल काउंसिल ऑफ होम्योपैथी (सीसीएच) की सिफारिश पर भारत सरकार देती है।
प्रदेश में निजी और सरकारी मिलाकर 42 आयुष कॉलेज हैं। इनमें अभी तक आठ कॉलेजों की मान्यता आई है। इनमें सभी सात आयुर्वेद कॉलेज और एक सरकारी यूनानी कॉलेज है। सरकारी होम्योपैथी कॉलेज की मान्यता अभी नहीं आई है।
ऑल इंडिया की सीटों के लिए एक दिसंबर तक होंगे पंजीयन
निजी और सरकारी कॉलेजों में ऑल इंडिया कोटे की 15 फीसद सीटों के लिए पंजीयन की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। कॉलेजों की मान्यता जारी नहीं होने की वजह से छात्र असमंजस में हैं। दाखिले के लिए एक दिसंबर तक पंजीयन होना है। इसी बीच मान्यता जारी होने की उम्मीद है।
नीट परीक्षा देर से होने से तीन महीने देर से होगा सत्र
आयुष कॉलेजों में दाखिले की आखिरी तारीख पिछले सालों में 30 अक्टूबर होती थी। हालांकि पहले दाखिल हो चुके छात्रों के लिए इसके पहले से कक्षाएं शुरू हो जाती थीं। इस साल दाखिले की आखिरी तारीख 30 जनवरी है। इससे कोर्स काफी पीछे हो जाएगा। कोर्स में कटौती भी करनी पड़ सकती है। बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते इस साल नीट की परीक्षा देरी से हुई, इस कारण दाखिले देरी से हो रहे हैं।
इनका कहना
सरकार आयुष कॉलेजोें की मान्यता पर जल्द निर्णय ले, जिससे पंजीयन कराते वक्त उम्मीदवारों के सामने स्थिति साफ हो। पंजीयन शुरू हो गए है पर अभी तक एक भी निजी कॉलेज को मान्यता नहीं दी गई है।