UJJAIN NEWS: बाबा महाकाल की आज निकलेगी अंतिम सवारी, 10 स्वरूपों में देंगे दर्शन, शिवराज और गोवा के CM पहुंचे उज्जैन
महादेव की नगरी उज्जैन में आज बाबा महाकाल की इस साल की आखिरी शाही सवारी निकली जाएगी। जिसमे शामिल होने के लिए मंदिर में सुबह से भक्तों का तांता लगा है। बता दें कि आज भगवान महादेव 10 स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे और धूम धाम के साथ प्रजा का हाल-चाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे।;
उज्जैन ; महादेव की नगरी उज्जैन में आज बाबा महाकाल की इस साल की आखिरी शाही सवारी निकली जाएगी। जिसमे शामिल होने के लिए मंदिर में सुबह से भक्तों का तांता लगा है। बता दें कि आज भगवान महादेव 10 स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे और धूम धाम के साथ प्रजा का हाल-चाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी उज्जैन पहुंचे और महादेव की पूजन अर्चन कर जनता की सुख समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी आज उज्जैन प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने महाकाल के दर्शन कर भस्म आरती में भी शामिल हुए।
महाकाल का धन्यवाद करने पहुंचे शिवराज
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए ने कहा कि महाकाल महाराज को प्रणाम करने पिछले सोमवार को हम महाकाल महाराज की शरण में आए थे, तब प्रदेश में अकाल की स्तिथि थी पानी के आभाव के कारण फसलें सूखने लगी थीं, कई जगह तो खेतों में दरारें पड गई थी। किसान के चहरे मुरझाए हुए थे, भारी संकट आन पड़ा था तब महाकाल महाराज के चरणों में हमने प्रार्थना की थी। आज अच्छी वर्षा हो रही है तो फिर महाराज की शरण में आए हैं। सब सुखी हों, सब निरोग हों, सबका मंगल हो, सबका कल्याण हो अच्छी फसलें हो, महिला सशक्तिकरण हो, मध्यप्रदेश में निवेश आए, रोजगार के अवसर बढ़े, अच्छी शिक्षा हो और सब मिलकर आगे बढ़ें।
शिवराज ने की जनता से ये अपील
इसके साथ ही शिवराज ने आगे कहा कि महाकाल महाराज से यही प्रार्थना की थी कि वर्षा कर दो,सच्चे हृदय से अगर प्रार्थना की जाती है तो प्रार्थना स्वीकार होती है, हमारी प्रदेश की जनता की प्रार्थना स्वीकार की और सुवृष्टि एक हफ्ते में मध्यप्रदेश में हुई है मैं उनके चरणों में फिर प्रणाम करने आया हूँ। जनता से भी यही प्रार्थना करता हूँ कि अपने-अपने मंदिर में अपनी-अपनी परंपराओं के अनुसार जरूर पूजा करके भगवान को जरूर प्रणाम करें।
इन स्वरूपों में महाकाल देंगे भक्तों को दर्शन
बता दें कि आज अंतिम यात्रा होने के चालते बाबा महाकाल 10 स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। इस दौरान भोलेनाथ रजत पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे । इस दौरान महादेव श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, श्री घटाटोप मुखोटा, रथ पर श्री जटाशंकर, श्री रुद्रेश्वर स्वरूप, श्री चन्द्रशेखर स्वरुप व दसवीं सवारी में श्री सप्तधान का मुखारविंद स्वरूप में बाबा महाकाल भक्तों को दर्शन देंगे।
श्रावण माह में 8 और भादों में निकली 2 सवारी
11 सितंबर को शाही सवारी अंतिम होगा, इस कारण इस दिन भारी संख्या में भक्त महाकाल की सवारी का आनंद लेने के लिए उज्जैन पहुंचेंगे और बाबा की सवारी में शामिल होकर पूण्य लाभ लेंगे. इसके बाद से भक्त को दोबारा सवारी देखने के लिए फिर एक साल के लिए इंतजार करना होगा। उज्जैन में महाकाल बाबा की इस बार श्रावण माह में 8 और भादों में 2 सवारी निकली गई।